वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली इन दिनों अपने लोकल सिटी कोलकाता में दुर्गा पूजा मनाने में काफी ज्यादा व्यस्त हैं. कोलकाता में हर साल दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर एक थीम को लाया जाता है और उसी के अनुसार पंडाल सजाया जाता है. इस साल भी इस रीति रिवाज या कल्चर कह सकते है, जिसे फॉलो किया गया है. वहीं इस साल का जो थीम है, वो कुछ अलग ही है.

दरअसल कल हमने देखा कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली लॉर्ड्स ग्राउंड में बने बालकनी की तरह ही बने एक पंडाल में खड़े होकर भारतीय राष्ट्र ध्वज लहरा रहे हैं. दरअसल कोलकाता के इस पंडाल का निर्माण मिताली संघ कम्युनिटी ने करवाया है जहां गांगुली ने पूजा भी की.

वहीं इसी जगह पर खड़े होकर दादा यानी की सौरभ गांगुली काफी खुश नजर आ रहे थे. उनकी पुरानी यादें ताजा हो गई होंगी इस पंडाल को देख कर. दरअसल 13 जुलाई 2002 को, लगभग 20 साल पहले क्रिकेट का मक्का कहा जाने वाला ग्राउंड लॉर्ड्स पर ही सौरभ गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को उसी के धरती पर हराया था. उस दिन का मुकाबला काफी रोमांच भरा था.

इंग्लैंड की टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 325 रन बनाई थी और भारत के सामने 326 का विशाल लक्ष्य खड़ा कर दिया था. उसके बाद भारत दूसरी पारी की शुरुआत तो अच्छी की मगर 106 रन पर पहले विकेट के गिरने के बाद टीम लड़खड़ाने लगी, जिसके बाद एक समय में भारतीय टीम का स्कोर हो गया था 145 पर 5.

उसके बाद जो हुआ वो देखने लायक था, उसके बाद भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने मिलकर भारत की पारी संभाली और 121 रन की जबरदस्त साझेदारी निभाई, जिसके बाद भारत अंतिम ओवर में अपने 8 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली और उसी के साथ सीरीज भी अपने नाम कर ली. इस जीत के बाद सौरभ गांगुली ने लॉर्ड्स के बालकनी से जीत का जश्न मनाते हुए अपनी टी-शर्ट उतारे और हवा में लहराना शुरू कर दिया.

आज दुर्गा पूजा के पावन दिन पर दादा ने एक बार फिर से उस पल को जिया अपने होमटाउन में और तिरंगा लहराया. वहीं आपको बता दें कि दुर्गा पूजा कोलकाता में काफी धूमधाम से मनाया जाता है, और षष्ठी के दिन से यहां लोग घूमना शुरू कर देते हैं और इस बार षष्ठी 1 अक्टूबर को पर रहा है.