इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान और 2019 वर्ल्ड कप हीरो रहे बेन स्टोक्स के लिए पिछले एक दो साल काफी उतार चढ़ाव से भरे रहे है। मॉर्डन क्रिकेट में सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर में से के बेन स्टोक्स ने मानसिक तनाव और वो क्रिकेट से क्यों नफरत करते है इसे बारे में खुलासा किया है।

बेन स्टोक्स ने 2019 में अपने शानदार खेल के दम पर इंग्लैंड को पहली बार वर्ल्ड कप जिताया था। इसके अलावा बेन स्टोक्स टेस्ट मैच में भी अकेले दम पर कई मैच जीता चुके है। लेकिन पिछले कुछ समय से मानसिक दबाव के कारण क्रिकेट से दूर रहे है और हाल ही मैच वर्क लोड के कारण बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट से संन्यास भी ले लिया था। हाल ही स्टोक्स ने खुलासा किया है कि उन्होंने कैसे मानसिक तनाव की परेशानियों को दूर किया। बेन स्टोक्स ने कहा “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं तनाव जैसी चीजों के लिए दवाइयों का सहारा लूंगा। यह चीज बताने में ना तो शर्म महसूस कर रहा हूं और ना ही मुझे कोई हीन भावना है क्योंकि मुझे उस समय मदद की जरूरत थी। मैं वापस खेलने लगा हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि यह खत्म हो चुका है। मैं अब भी डॉक्टर से बात करता हूं और अभी भी मैं दवाइयां रोजाना ले रहा हूं। आपको बता दें की बेन स्टोक्स ने पिछले साल जुलाई में भारत के खिलाफ पांच टेस्ट मैच की सीरीज से ठीक पहले क्रिकेट से अनिश्ति समय तक ब्रेक लिया था। हालाँकि स्टोक्स ने फिर अक्टूबर में वापसी करते हुए एशेज सीरीज में खेला था।

इसके अलावा स्टोक्स ने यह भी बताया की वो क्रिकेट से क्यों नफ़रत करने लगे थे। स्टोक्स ने कहा “मेरे पिता को वास्तव में मुझे राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते देखना पसंद था। वह चाहते थे कि मैं क्रिकेट खेलूं, लेकिन क्रिकेट के कारण मैं उन्हें आखिरी बार नहीं देख पाया, इससे मुझे क्रिकेट से नफरत हो गई। आपको बता दें की 2020 में बेन स्टोक्स के पिता बीमार चल रहे थे और दिसंबर में उनकी मृत्यु हो गयी थी।