भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के सबसे सफल कप्तानों की सूची में सबसे ऊपर आते हैं. भारतीय टीम को उनकी कप्तानी में लगभग सारे बड़े टूर्नामेंट में जीत मिली. वहीं कल उन्होंने सीएसके के ग्लोबल स्कूल के उदघाटन समारोह में पहुंचे थे, जहां वो बच्चों के साथ रुबरु हुए और उनसे बातचीत भी की. बच्चों ने माही से कई तरह के सवाल भी किए, जिसके जवाब माही बड़े खुलकर दिए और हमें भी माही के बारे में कुछ नया जानने को मिला.

उन्होंने बच्चों के एक सवाल पर कहा कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर उनके आइडियल थे, धोनी उन्हीं की तरह बनना चाहते थे, मगर जैसे-जैसे वो बड़े हुए, उन्हें पता चला की उनके खेलने का तरीका अलग है और वो सचिन की तरह नहीं बन सकते. धोनी ने इससे पहले भले ही सचिन के तारीफो की पूल बांध दिया करते थे, मगर ऐसा उन्होंने पहली बार कहा है कि वो सचिन की तरह बनना चाहते थे, मगर नहीं बना पाए. उसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि वो मैं उनकी तरह खेलूंगा, लेकिन नहीं कर सका. मैं दिल से हमेशा उनकी तरह ही खेलना चाहता था.

वैसे आपको बता दें कि धोनी भले ही सचिन की तरह क्लास के बल्लेबाज नहीं थे, मगर उनकी कप्तानी और विकेटकीपिंग की दुनिया कायल हैं. वहीं जब भी भारतीय़ टीम की पारी लड़खड़ाती थी, तब वो टीम के संकटमोचन बनकर साबित होते थे. उन्होंने कई मुकाबले अपने दम पर टीम को जिताया हैं. विकेट के पीछे से भी उन्होंने कई बार मैच को पलट कर रख दिया. वहीं अब धोनी हो सकता है कि अगले साल अंतिम बार मैदान पर हम सब को खेलते दिख सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय करियर को उन्होंने 15 अगस्त 2020 को ही अलविदा कह दिया था. अगला आईपीएल उनका आखिरी आईपीएल हो सकता है.