भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा लगातार अपने साथी खिलाड़ी केएल राहुल का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने दूसरा टेस्ट मैच खत्म होने के बाद भी केएल का बचाव किया है। वहीं केएल राहुल लगातार लगभग पिछले 10-12 इंनिंग से अच्छा नहीं खेल पा रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि वो लगभग 2 साल से टेस्ट क्रिकेट में अपने बल्ले से कलाकारी नहीं दिखा पा रहे हैं। वहीं वर्तमान में चल रहे बॉर्डर-गावस्कर टॉफी के पहले दोनों ही मुकाबलों में राहुल फ्लॉप साबित रहे। 20, 1, 17 जैसे स्कोर पर वो इस सीरीज में आउट हुए हैं, जिसके बाद से लगातार उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है और कुछ एक्सपर्ट की नजरों में भी आ गए हैं, जो लगातार उनको टीम सो बाहर करने की मांग कर रहे हैं, जिसे भारतीय टीम के कप्तान और कोच दोनों डिफेंड कर रहे हैं।

भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया को दूसरे मुकाबले में भी तीन दिन के भीतर हरा दी तब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा मीडिया के सामने कॉन्फ्रेंस के लिए पहुंचे और मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने केएल राहुल को डिफेंड करते हुए कहा कि हाल के दिनों में केएल राहुल की बल्लेबाजी को लेकर काफी बातें हुई हैं। हमारे लिए टीम मैनेजमेंट के रूप में हम सिर्फ राहुल ही नहीं, बल्कि हर खिलाड़ी की क्षमता को देखते हैं। मुझसे पहले भी बहुत सारे खिलाड़ियों के बारे में पूछा जा चुका है। केएल ही नहीं अगर किसी खिलाड़ी में क्षमता है, तो उसे लंबा रन मिलेगा। अगर आप उन दो शतकों को देखें जो उन्होंने बनाए हैं, खासकर लॉर्ड्स में या सेंचुरियन में, हम दोनों मैच जीतकर भारत आए थे। उसके पास वह क्षमता है।
रोहित के इसी बयान पर भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद भड़क गए और सोशल मीडिया पर ट्वीट के जरिए रोहित शर्मा को मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने गिल, रहाणे, शिखर धवन और मयंक अग्रवाल का ना सिर्फ नाम लेकर उदाहरण दिया बल्कि सभी के रिकॉर्डस को भी दर्शाया। वेंकटेश प्रसाद ने पर्दाफाश करते हुए लिखा कि ऐसा माना जाता है कि केएल राहुल का विदेशी टेस्ट रिकॉर्ड शानदार है, लेकिन आंकड़े कुछ और ही कहते हैं। विदेशों में उनका टेस्ट औसत 56 पारियों में 30 का है। उन्होंने विदेशों में छह शतक लगाए हैं, लेकिन इसके बाद लगातार कम स्कोर बनाए। इसलिए औसत 30 है। आइए कुछ अन्य खिलाड़ियों पर नजर डालते हैं। इसके बाद उन्होंने एक के बाद दूसरे ट्वीट में पर सभी खिलाड़ियों का लेखा-जोखा दिया।
हालांकि वेंकटेश प्रसाद ने लेखा-जोखा देने के बाद यह भी कहा कि केएल राहुल को बाकी बचे दो टेस्ट मैचों के लिए बरकरार रखा गया है। अगर उन्हें प्लेइंग 11 में चुना जाता है, तो इंदौर उनके लिए फॉर्म में वापस आने और मेरे जैसे आलोचकों को चुप कराने का सबसे अच्छा मौका है। ऐसा नहीं कर सके तो वह काउंटी क्रिकेट खेलें, अच्छा प्रदर्शन करें और टेस्ट टीम में जगह बनाएं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केएल राहुल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम दो मुकाबले के लिए टीम में शामिल किए गए हैं। हालांकि उनसे टीम की उपकप्तानी छीन ली गई है। तो यह देखने वाली बात होगी कि वो अब अगले टेस्ट मैच में प्लेइंग-11 का हिस्सा होंगे या नहीं।