आईपीएल एक ऐसा मंच है जहाँ से कई बेहतरीन युवा खिलाड़ी निकल कर आये हैं और अपनी जगह भारतीय टीम में बनाई है। आईपीएल के इस 16वें सीजन में भी कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो लगातार अपने प्रदर्शन से भारतीय टीम का दरवाज़ा खट खटा रहे हैं। जैसे यशस्वी जयसवाल, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, जितेश शर्मा और भी कई खिलाड़ी हैं ऐसे जो अच्छा कर रहें हैं लेकिन इस चार खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है। इनमें से यशस्वी जयसवाल ने खुद को एक बेहतरीन बल्लेबाज़ के रूप में दिखाया है तो वहीँ रिंकू सिंह ने एक फिनिशर की भूमिका काफी शानदार तरीके से निभाई है। इन दोनों का शानदार प्रदर्शन देख भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी हरभजन सिंह का मानना है कि यशस्वी और रिंकू को जल्द से जल्द भारतीय टीम में शामिल किया जाना चाहिए।

अगर इनके प्रदर्शन पर नज़र डालें तो आईपीएल 2023 में यशस्वी जयस्वाल ने राजस्थान की तरफ से ओपन करते हुए 13 मैचों में लगभग 48 की औसत से 575 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 166 का रहा है। वहीँ इस सीजन जयसवाल ने मुंबई के खिलाफ शतक लगाते हुए 124 रन की पारी खेली थी इसके बाद केकेआर के खिलाफ नाबाद 98 रन बनाकर अपनी टीम को 41 गेंद रहते मैच जिताया था। जयस्वाल ऑरेंज कैप की रेस में इस सीजन तीसरे नंबर पर है।

वहीं रिंकू सिंह ने केकेआर के लिए मिडिल आर्डर में बैटिंग करते हुए कई बार टीम की नैया पार लगाई है। मतलब रिंकू ने वो कर दिखाया जो आजतक क्रिकेट के बड़े बड़े दिग्गजों ने नहीं किया था। गुजरात के खिलाफ आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रन चाहिए थे और रिंकू ने लगातार पांच छक्के लगाकर मैच जिताया था। रिंकू ने इस सीजन 50 से ऊपर की औसत से 13 मैचों में 407 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट भी 143 का हैं। इन्हीं प्रदर्शन को देखते हुए हरभजन सिंह ने एक इंटरव्यू में इन दोनों खिलाड़ियों को भारतीय टीम में शामिल करने की बात कही है।

हरभजन सिंह ने इंटरव्यू में कहा,”मैं निश्चित रूप से मानता हूं कि जब कोई अच्छा खेल रहा है या अच्छा कर रहा है, तो उन्हें सिस्टम का हिस्सा होना चाहिए। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि उन्हें सीधे प्लेइंग- 11 में शामिल किया जाए, लेकिन यह जानकर उन्हें टीम में लाया जाए कि अगर ये खिलाड़ी वहां बाकी खिलाड़ियों के आस-पास होंगे तो वे निश्चित रूप से कुछ सीखेंगे और बेहतर होंगे,”
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इसके आगे उन्होंने कहा ,”मुझे लगता है कि रिंकू और यशस्वी के लिए खिलाड़ियों के करीबी समूह में रहने का शायद यह सही समय है। उन्हें 20 या 30-खिलाड़ियों के ग्रुप का हिस्सा बनाएं। यशस्वी और रिंकू जैसे टैलेंटेड खिलाड़ियों के लिए यह धारणा हो सकती है कि यह बहुत जल्दबाज़ी हैं, लेकिन सच्च कहा जाए, तो ऐसा नहीं है। वे पहले से ही इस स्तर पर खेल रहे हैं और अच्छा खेल रहे हैं। उन्हें अभी मौका दें अन्यथा देर हो सकती है।”
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अब देखना होगा की भारतीय टीम के सलेक्टर्स हरभजन सिंह की बात को सुनते हैं या फिर इन युवा खिलाड़ियों को भारतीय टीम में शामिल होने के लिए अभी इंतज़ार करना पड़ेगा। आपको क्या लगता है रिंकू और यशस्वी जिअसे खिलाड़ियों को भारतीय टीम में शामिल करना चाहिए या फिर अभी थोड़ा और समय लेना चाहिए हमे कमेंट कर के जरूर बताएं।