आईपीएल में इस समय काफी रोमांच चल रहा है, हर दिन मुकाबले आखिरी ओवर तक जा रहे हैं और आखिरी गेंद का थ्रिलर देखने को मिल रहा है। आईपीएल के पॉइंट्स टेबल में इस समय संजू सैमसन की कप्तानी वाली राजस्थान रॉयल्स की टीम टॉप पर चल रही है। 6 मैचों में चार जीत हासिल कर रॉयल्स के 8 अंक है और रन रेट भी काफी अच्छा है। पिछले सीजन फाइनल में गुजरात के हाथों हारने के बाद इस सीजन भी रॉयल्स ने शानदार फॉर्म दिखाया है।

इस सीजन इम्पैक्ट प्लेयर रूल के आने से टीमों को काफी फायदा हुआ है। हर टीम इसका अलग लग तरीके से इस्तेमाल कर रही है। इम्पैक्ट प्लेयर रूल का उपयोग भी संजू सैमसन की टीम ने काफी अच्छे से किया है। टीम में मौजूद घातक लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की जगह एक एक्स्ट्रा बल्लेबाज़ को खिलाने से राजस्थान को काफी फायदा मिला है। जब गेंदबाज़ी हो जाती है तो युजवेंद्र चहल को सब्सीट्यूट कर दिया जाता है और उनकी जगह देवदत्त पडिक्कल और ध्रुव जुरेल जैसे बल्लेबाज़ों को मौका दिया जाता है। अब युजवेंद्र चहल से जब उन्हें सब्सीट्यूट करने पर सवाल किया गया तो चहल ने अपने ही अंदाज़ में मज़ेदार जवाब दिया है। चहल का कहना है कि वो बैटिंग से कोई ज्यादा कमाल नहीं कर सकते हैं इसलिए उन्हें सब्सीट्यूट कर दिया जाता है।

बुधवार को भी रॉयल्स का मुकाबला लखनऊ के साथ था जहाँ उन्हें 10 रन से हार का सामना करना पड़ा और इस मैच में भी युजवेंद्र चहल को सब्सीट्यूट कर दिया गया था। जिसे लेकर चहल ने कहा,”ध्रुव जुरेल और देवदत्त पडिक्कल ने जिस तरह से बल्लेबाजी की है, उसे देखते हुए यह रणनीति हमारे पक्ष में काम की है। यह एक प्लस पॉइंट है क्योंकि मैं बल्ले से किसी काम का नहीं हूं। यह तब मदद करता है जब आप एक बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हैं और एक अतिरिक्त बल्लेबाज जुड़ जाता है, जो एक प्लस पॉइंट है।”

अगर युजवेंद्र चहल के प्रदर्शन की बात करें तो यह सीजन अभी तक शानदार रहा है, उन्होंने 6 मैचों में 11 विकेट चटकाए हैं और पर्पल कैप की रेस में पहले स्थान पर बने हुए हैं। वहीँ चहल ने यह भी कहा कि,”इस साल मेरा लक्ष्य सिर्फ पर्पल कैप नहीं बल्कि ट्रॉफी भी जीतना है।” अब देखना होगा कि यूजी सीजन के खत्म होने तक पर्पल कैप के साथ ट्रॉफी उठा पाते हैं या नहीं