मुंबई इंडियंस एक ऐसी टीम हैं जो कभी भी आपको शॉक में डाल सकती है। क्यूंकि मुंबई इंडियंस का रिकॉर्ड भी कुछ ऐसा ही रहा है। मुंबई की टीम हमेशा सीजन के शुरुआत में लगातार मैच हारकर अपने फैंस को झटका दे देती हैं और ऐसा लगता है कि अब मुंबई प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएगी.

लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामनेट आगे बढ़ता है मुंबई की टीम भी जीत की लय पकड़ लेती है और प्ले ऑफ तक पहुंचने में सफल होती है। 2013 में तो मुंबई ने शुरुआत के पांच हारने के बाद प्ले ऑफ में क्वालीफाई किया था और उस सीजन में चैंपियन में बनी थी। इसके बाद से मुंबई का हर सीजन यही सिलसिला चलते आ रहा है, शुरुआत के मैच हारने के बाद वापसी करती है , इस सीजन भी मुंबई का कुछ ऐसा ही हाल है।

मुंबई ने शुरुआत के पहले दो मैच आरसीबी और सीएसके से हारने के बाद लगातार तीन मैच जीते। लेकिन फिर अपने ही घर में पंजाब किंग्स और उसके बाद गुजरात के हाथो उन्हें हार झेलनी पड़ी। इसके बाद फिर वापसी करते हुए रोहित की टीम ने राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के खिलाफ जीत हासिल की और अब उनके 9 मैच में 5 जीत के साथ 10 अंक हो गए हैं और अब उनके प्लेऑफ में पहुंचने के चांस भी बढ़ गए है इस समय पॉइंट टेबल में चार टीमों के 10-10 अंक है। मुंबई इस समय पॉइंट्स टेबल पर छठे स्थान पर है। अगर मुंबई यहाँ से अपने बचे हुए पांच मैच में से तीन में जीत दर्ज़ कर लेती है तो आईपीएल इतिहास में 10वीं बार प्लेऑफ में क्वालीफाई कर लेगी।

पंजाब किंग्स के खिलाफ मोहाली में हुए मैच में भी मुंबई ने दिखाया की 215 रन चेस करते हुए 6 विकेट से जीत हासिल की, वहीँ इससे पहले राजस्थान के खिलाफ भी मुंबई ने 212 रन चेस कर दिए थे। अब मुंबई के पांच मुकाबले बचे हुए हैं और इन पांच में से तीन मुकाबले उन्हें अपने घर यानी वानखेड़े स्टेडियम में खेलने है। अगला मैच मुंबई का 6 मई को सीएसके के साथ चेपॉक में खेला जाएगा। फिर 9 मई को आरसीबी के साथ अपने घर में खेलना हैं। इन दोनों मुकाबलों में मुंबई इस सीजन में मिली इनसे हार का बदला लेना चाहेगी और पॉइंट्स टेबल में भी ऊपर बढ़ना चाहेगी।

इसके बाद गुजरात के साथ 12 मई को मुंबई में ही खेलना है फिर 16 मई को लखनऊ के खिलाफ उनके घर में जाकर खेलना है और इस सीजन का आखिरी लीग मुकाबला 21 मई को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपने घर में खेलना है। अगर जिस तरीके से मुंबई इस समय खेल रही वैसे ही खेलती रही तो प्लेऑफ में उसे पहुंचने से कोई नहीं रोक पाएगा। हालाँकि बोलिंग में पियूष चावला के अलावा बाकि गेंदबाज़ो को भी दम दिखाना होगा और बल्लेबाज़ी में कप्तान रोहित के बैट से भी रन निकलना जरुरी है।