भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी लेजेंड महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर अपनी काबिलियत दिखाई और अपनी आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स को एक बार फिर से फाइनल में पहुंचा दिया। इस जीत के साथ चेन्नई पहली टीम भी बन गई जो कि गुजरात को पहली बार ऑल आउट भी की हैं। वहीं सीएसके का हर एक मुकाबला स्पेशल होता है क्योंकि यह धोनी की सीएसके हैं। धोनी जो कि अब सिर्फ एक नाम नहीं , बल्कि एक इमोशन बन चुका हैं। वहीं संन्यास को लेकर धोनी से कई तरह के सवाल किए जाते हैं, मगर उनका जवाब घुमा-फिरा कर एक ही होता था। हालांकि कल भी उन्होंने कुछ इसी तरह का जवाब दिया लेकिन उसमें उन्होंने एक चीज साफ कर दी।
दरअसल कल गुजरात टाइटंस को हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाने के बाद जब वो हर्षा भोगले से बात कर रहे थे, तब उनसे कई सवाल किए गए, जिसका उन्होंने बड़ी इतमिनान से उत्तर दिया। उसी में से एक सवाल धोनी के संन्यास से जुड़ा था, जिसपर माही ने कहा किः-मुझे नहीं पता। मेरे पास फैसला करने के लिए आठ से नौ महीने हैं, क्योंकि अगला ऑक्शन इस साल दिसंबर या फिर अगले साल जनवरी में होना है। ऐसे में अभी से उसका सिरदर्द क्यों लें। मैं खेलूं या नहीं लेकिन हमेशा सीएसके के लिए मौजूद रहूंगा। चाहे एक प्लेयर के तौर पर या फिर बाहर स्टाफ से मदद करता रहूंगा।
हालांकि धोनी के संन्यास का इंतजार लगभग 3 साल से किया जा रहा हैं। लेकिन वो हर साल खेलने के लिए अपनी टीम के साथ जुड़ जाते हैं। वहीं इस बार भी हुआ। हालांकि धोनी इस साल बड़े परेशानी के साथ खेल रहे हैं क्योंकि वो इस वक्त घुटने की दर्द से परेशान हैं। इससे साफ होता है कि धोनी सिर्फ अपने फैंस के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं। तो अगर 8-9 महिने बाद उनका घुटना सही नहीं हुआ और वो संन्यास लेने का फैसला करते है तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। वैसे भी धोनी ने आईपीएल के साथ-साथ देश के लिए बहुत कुछ किया हैं। उनका योगदान अतुलनीय हैं।
उन्होंने कल पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में जडेजा की भी तारीफ की, जिससे सोशल मीडिया पर लड़ाई की चर्चा चल रही हैं। धोनी के कहा कि अगर रवींद्र जडेजा को ऐसे हालात मिलते हैं जो उनकी मदद करते हैं, तो उनकी गेंद पर शॉट मारना बहुत कठिन है। हालांकि अब देखना दिलचस्प होगा कि इस साल सीएसके पांचवी बार आईपीएल की चैंपियन बनती है या फिर नहीं।