आईपीएल सीजन-16 खत्म हो चुका है और एक बार फिर दुनिया के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स को चैंपियन बना दिया हैं। वहीं इस बार के आईपीएल में हमें काफी कुछ अलग देखने को मिला। जैसे की इतने सारे शतक और अर्धशतक एक आईपीएल में कभी नहीं लगे थे। वहीं हम सब जानते हैं कि आईपीएल युवा खिलाड़ियों को निखारने का मंच है, लेकिन इस सीजन में युवा खिलाड़ी से ज्यादा पुराने और अनुभवी खिलाड़ियों का बोलबाला रहा।

इस मामले में सबसे पहले अगर हम नाम लें चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इस साल खेलने वाले अजिंक्य रहाणे का, तो गलत नहीं होगा। इस साल रहाणे कुछ अलग ही रंग में नजर आ रहे थे। उन्हें जब भी धोनी ने टीम में मौका दिया, तब-तब उन्होंने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया। इस सीजन में रहाणे 14 मैचों की 11 पारियों में 32.60 के औसत से 326 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 172.48 का रहा। फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने 207 के स्ट्राइक रेट से 13 गेंदों पर 27 रन की पारी खेली, जिसमें 2 छक्के और 2 चौके शामिल थे।

रहाणे के बाद सबसे बड़ा नाम आता है मोहित शर्मा का, जिन्होंने अपनी गेंदबाजी से पूरे हिंदुस्तान का दिल जीत लिया। भले ही उनकी आखिरी दो गेंदों पर फाइनल मुकाबले में जडेजा ने छक्का और चौका लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी, लेकिन रनर-अप टीम से खेलने वाले मोहित शर्मा ने पूरे सीजन के दौरान जिस तरह की गेंदबाजी की, वो काबिले तारीफ थी। वो इस साल के दूसरे हाईएस्ट विकेट टेकर गेंदबाज रहे और 14 मैचों में 13 की एवरेज से 27 विकेट चटकाए। स्लो डिलेवरी और वेरिएसन वाली गेंद से इस खिलाड़ी ने गुजरात टाइटंस को अपना अहम योगदान दिया। तीसरे नंबर पर जिस खिलाड़ी को हमने रखा है, उसका नाम है पीयूष चावला। इस खिलाड़ी ने भी मुंबई के लिए खेलते हुए लोगों को खुब इंप्रेस किया हैं। पियुष चावला ने इस सीजन में मुंबई इंडियंस की तरफ से हाईएस्ट विकेट टेकर गेंदबाज रहे। उन्होंने 16 मैचों में 22 विकेट हासिल किए और टीम को प्लेऑफ तक पहुंचने में अहम रोल निभाया।

इसके बाद अमित मिश्रा ने भी इंप्रेसिव गेंदबाजी की। कई मौकों पर उन्होंने अपनी टीम को विकेट दिलाई और जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वहीं महेंद्र सिंह धोनी की भी बात कर ले, क्योंकि जिस परिस्थिति में इस खिलाड़ी ने खुद को संभालते हुए अपने फैंस के लिए मैदान पर खेलने उतरे हैं, उससे हम कह सकते है कि वो इस ट्रॉफी के सबसे पहले हकदार दे। आईपीएल शुरू होने के 3 महीने पहले से अभ्यास करना शुरू कर दिया था। घुटने में चोट के बाद भी धोनी इस साल आईपीएल खेले और उनके बल्ले से कई लंबे-लंबे छक्के हमें देखने को मिले। उन्होंने 16 मैचों में 150 के स्ट्राइक रेट से ज्यादा से 104 रन बनाए। तो ये थे कुछ खिलाड़ी जिन्होंने अपने अनुभवी प्रदर्शन से आईपीएल का रंग और भी गहरा कर दिया। उम्मीद करेंगे की वो आगे की भी इसी तरह से खेले और लोगों को खुब इंटरटेन करें।