उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में गुरुवार को यमुना नदी में एक नाव डूबने से दो महिलाओं और एक बच्चे की मौत हो गई थी, तथा कम से कम 17 लोग लापता हैं, जबकि देर रात तक चले बचाव कार्य के फलस्वरूप 15 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से चार चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
वही, मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के मंत्री रामकेश निषाद और राकेश सचान को घटनास्थल पर तत्काल पहुंचने के निर्देश दिये हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी के कार्यालय से गुरुवार को देर रात दी है। जानकारी के मुताबिक नाव के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार गुरुवार को यमुना नदी में फतेहपुर से आ रही नाव बांदा जिले के मरका थाना क्षेत्र में अनियंत्रित होकर पलट गई। लापता लोगों की तलाश हेतु एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जल पुलिस व जल पीएसी घटनास्थल पर पहुंच गई और बड़ संख्या में जवानों ने लापता हुए लोगों की तलाश का मोर्चा संभाल लिया।
जवानों ने संभाला लापता लोगों को तलाशने का मोर्चा
बता दें, बीती रात अंधकार और वर्षा के कारण रोका गया बचाव अभियान आज सुबह 7:00 बजे से युद्ध स्तर पर पुन: शुरू हुआ। बांदा के अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि इस दुर्घटना में लापता हुए लोगों की तलाश सुबह से ही शुरू कर दी गई, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद है। यमुना घाट पर नागरिकों का जमघट लगा हुआ है।
इस बारें में मिश्र ने बताया कि तीन मृतकों की शिनाख्त फतेहपुर जिले के जरौली गांव निवासी राम प्रसाद की पत्नी फुलवा, राम नगर कोहन निवासी राजेंद, सिंह की पत्नी राजरानी और मरका निवासी दिनेश केवट के 07 वर्षीय पुत्र किशन के रूप में की गई है। नाव में लगभग 35 लोग सवार थे। जिसमें 15 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। दो महिलाए और एक बच्चे का शव बरामद कर उसकी शिनाख्त कराई गई। 17 लोग अब भी लापता बताए गए हैं, जिनकी तलाश जारी है।