प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या से शुरू होने वाली कहानी के खूनी चैप्टर खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब तक उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों को मिलाकर 9 लोग इस प्रकरण में मारे जा चुके हैं। इनमें से चार को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है, जिसमें माफिया अतीक अहमद के बेटे असद का नाम भी शामिल है। इस पूरे एपिसोड का आखिरी बड़ा कांड हुआ 15 अप्रैल को, जब तीन नई उम्र के लड़कों ने पुलिस की हथकड़ियों में बंधे कुख्यात अपराधी अतीक और उसके भाई अशरफ को गोली मार दी।
तीनों हमलावरों के जान को खतरा

अब सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि इन तीनों हमलावरों- सनी, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य की जान को भी खतरा है। अपराध के साम्राज्य के एक बड़े धुरंधर अतीक को मारने वाले इन अपराधियों को जेल में मारने की साजिशों का इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को मिला है। ऐसे में इन तीनों हत्यारों की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
सुरक्षा के लिए किए गए इंतजाम
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की जानकारी मिली है कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मौत की नींद सुलाने वाले इन सूटर्स की मौत का इंतजाम जेल में किया जा रहा है। ये तीनों अब अतीक अहमद के गुर्गों के निशाने पर हैं। इसलिए सरकार ने इन तीनों शूटर्स की सुरक्षा को और भी बढ़ा दिया है। जेल से लेकर कोर्ट रूम तक इनको खास प्रोटेक्शन में ले जाया जा रहा है।
तीनों शूटर्स की सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई चूक नहीं
सरकार की सख्त हिदायत है कि इन तीनों शूटर्स की सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई चूक नहीं होनी चाहिए। पुलिस कस्टडी में अतीक की हत्या के बाद विपक्षी दलों की ओर से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे में उमेश पाल हत्याकांड की किताब में एक और खूनी पन्ना जुड़ने से पुलिस की और किरकिरी हो सकती है।
माफिया ब्रदर्स को गोलियों से भून डाला
अतीक अहमद जब अपने भाई अशरफ के साथ पूरे पुलिसिया बंदोबस्त में पुलिस जीप से उतरा तभी इन तीनों हमलावरों ने दोनों माफिया ब्रदर्स को गोलियों से भून डाला। मर्डर करने के बाद तीनों ने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। पुलिस ने बुधवार को इन तीनों हत्यारों की रिमांड मांगी है और CJM कोर्ट ने 4 दिनों की रिमांड दे भी दी है। पुलिस अब इनसे कई राज उगलवाने की कोशिश करेगी, जिसमें सबसे बड़ा राज होगा कि किस के इशारे पर इन तीनों ने अतीक जैसे माफिया पर बेखौफ गोलियां बरसाईं।