माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. एसटी हसन ने टिप्पणी की है, उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को मालूम है कि यह घटना कैसे हुई। वहीं उन्होंने अतीक की पत्नी शाइस्ता के लेडी डॉन बनने के सवाल पर कहा कि यह बात केवल मीडिया के दिमाग की उपज है। उन्होंने उल्टा मीडिया से सवाल किया कि जिसका पति और बेटा मारा गया हो, क्या उसने सबक नहीं लिया होगा?
यह राजनीतिक मामला

इसी क्रम में साधु संतों द्वारा दो से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील पर उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक मामला है। सांसद ने देश भर के साधु संतों से ऐसी बातें नहीं करने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश में एक तरह के डर का माहौल बनाया जा रहा है कि मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है। बहुत जल्दी मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएंगे। इससे हिन्दू आबादी खतरे में आ जाएगी।
साधु संतों को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए ?
उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला राजनीतिक है। कम से कम साधु संतों को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। सपा सांसद मुरादाबाद में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इसमें उन्होंने हरिद्वार में साधु संतों की ओर से दो से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह हिन्दू वोटों के पोलराइजेशन के लिए शुद्ध रूप से राजनीतिक मामला है। इसी दौरान अतीक अहमद और अशरफ की हत्या से संबंधित सवाल पूछे जाने पर सांसद एसटी हसन ने कहा कि इनके हत्यारों के पास महंगी पिस्टल मिली है।
पूरी दुनिया को पता चल चुका है कि यह वारदात कैसे हुई
यह अपने आप में बड़ा सवाल है। बल्कि अब तो देश ही नहीं, पूरी दुनिया को पता चल चुका है कि यह वारदात कैसे हुई। वहीं उन्होंने शाइस्ता के लेडी डॉन बनने के सवाल पर कहा कि हो सकता है कि मीडिया का शाइस्ता को कोई कांटेक्ट हो। लेकिन यह सोचने की बात है कि जिसका पति, देवर और बेटा मारा गया हो, दो बेटे पहले से जेल में हों, क्या उसने सबक नहीं लिया होगा। अतीक अहमद के हवाला के जरिए रुपयों के लेन देने के सवाल पर सपा सांसद ने कहा कि यह सरकार का काम है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं हवाला का पैसा है तो उसे निकाले, अपराधियों को सजा दे, कानून के हिसाब से सजा मिले, हमारी अदालतें और जज सजा दे। लेकिन उत्तर प्रदेश में जिस तरह से लोगों को सजा दिया जा रहा है, वह उचित और कानून सम्मत नहीं है। यह स्थिति देश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने वाली है।