उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने रविवार को एक बड़े अभियान में अलकायदा से जुड़े दो कथित आतंकवादियों को लखनऊ के बाहरी इलाके काकोरी से गिरफ्तार किया। दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार करने और राज्य की राजधानी लखनऊ समेत कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या, आगरा व मथुरा में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का खुलासा किए जाने के बाद मथुरा पुलिस ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान एवं वृन्दावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर सहित सभी महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया, ‘‘इस संबंध में सभी महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की फिर से समीक्षा की जा रही है तथा प्रयास किया जा रहा है कि कहीं भी, किसी भी प्रकार की कोई चूक नहीं हो। रविवार को भी श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर सहित सभी महत्वपूर्ण स्थलों एवं तेलशोधक कारखानों पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया और सतर्कता बढ़ा दी गई।’’
उन्होंने बताया, ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (एनएसजी) की एक टीम ने भी अधीक्षक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में वृन्दावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से मुआयना किया। मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में एनएसजी के दिशा-निर्देश को लेकर जिला प्रशासन एवं सुरक्षा समिति विचार करने के बाद उन्हें लागू करने का प्रयास करेगी।’’
एसपी (सुरक्षा) आनन्द कुमार ने बताया, ‘‘प्रदेश में हाई अलर्ट के बाद जनपद में श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर के अलावा यमुना एक्सप्रेस-वे, आगरा-दिल्ली राजमार्ग, वृन्दावन, गोवर्धन, बरसाना, आदि क्षेत्रों में पुलिस की विशेष टीम को निगरानी के लिए तैनात किया गया है।’’
गौरतलब है कि यूपी एटीएस आईजी जी.के. सात घंटे तक चले अभियान का नेतृत्व करने वाले गोस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि संदिग्ध आने वाले दिनों में राज्य की राजधानी और अन्य शहरों में सिलसिलेवार विस्फोट की योजना बना रहे थे।उन्होंने कहा कि घर से हथियार, साथ ही प्रेशर कुकर बम, डेटोनेटर और 6 से 7 किलो विस्फोटक सहित जिंदा बम बरामद किए गए हैं। बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया और आसपास के घरों को खाली करा लिया गया।
एटीएस आईजी ने दावा किया कि संदिग्धों के कश्मीर से भी संबंध थे। पत्रकारों को जानकारी देते हुए, एडीजी, कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान 32 वर्षीय मिन्हाज अंसारी और 50 वर्षीय मसीरुद्दीन के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि शुरुआती पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर उनके साथियों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
हालांकि, उन्होंने उस स्रोत का खुलासा करने से इनकार कर दिया जिसने उन्हें आतंकी योजना के बारे में बताया था। एडीजी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति अल कायदा की एक कश्मीरी शाखा अंसार गजवत-उल-हिंद के सदस्य थे जो जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है। संगठन का नेतृत्व पहले जाकिर रशीद भट ने किया था जिसे सुरक्षा बलों ने समाप्त कर दिया था।उन्होंने कहा कि उनका हैंडलर पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से उमर हलमंडी था, जिसने दोनों को कट्टरपंथी बना दिया था।
एटीएस टीम को उनकी मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी और पिछले एक हफ्ते से वह उन पर नजर रख रही थी।आईजी एटीएस के नेतृत्व में एक टीम ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। एडीजी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों को अदालत में पेश नहीं किया जाएगा और आगे की जांच के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। इस बीच, राज्य में हवाईअड्डों सहित सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और विभिन्न राजमार्गों और बस स्टेशनों पर जांच की जा रही है।