पाकिस्तान में हालात लगातार सुधरने के बदले बिगड़ते ही जा रहे है। साथ ही इन दिनों राजनीतिक उथल-पुथल जोरों पर है।बता दें कि लाहौर की सड़कों पर पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच खूनी झड़प हो रही है।पुलिस पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए जद्दोजहद कर रही है। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मिलने वाला लोन लटकता जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति की वजह से आईएमएफ चिंतित है और इसी वजह से वह कर्ज की अगली किश्त जारी नहीं कर पा रहा है। अंतरराष्ट्रीय कर्जदाता एजेंसी को पाकिस्तान पर कर्ज वापसी पर भरोसा नहीं हो पा रहा है। हालांकि पाकिस्तान पहले ही आईएमएफ की सारी शर्तें मान चुका है।
अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि वैश्विक ऋणदाता, विशेष रूप से आईएमएफ, पाकिस्तान से आश्वासन मांग रहे हैं कि देश में भविष्य की राजनीतिक व्यवस्था उनके द्वारा इस्लामाबाद के साथ किए गए किसी भी समझौते का सम्मान करेगी। पाकिस्तान और आईएमएफ महीनों से स्थापित 7 अरब डॉलर के लोन कार्यक्रम को फिर से शुरू करने के लिए बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अभी तक अंतिम समझौते पर नहीं पहुंचा जा सका है और करीब 1.8 अरब डॉलर की अंतिम किश्त अधर में लटकी पड़ी है।