PMGKY योजना के तहत 42 करोड़ से अधिक गरीबों को मिले 68,820 करोड़ रुपये
वित्त मंत्रालय की जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पैकेज के क्रियान्वयन पर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है। प्रधानमंत्री गरीब कलयाण योजना के तहत अब तक 42 करोड़ गरीबों को 68,820 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है।
Goldman Sachs का अनुमान, 2020-21 में भारत की अर्थव्यवस्था में 14.8 फीसदी की होगी गिरावट
कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित आबादी के मामले में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। ब्रोकरेज कंपनी का ताजा अनुमान चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी होने के कुछ ही दिन बाद सामने आया है
बिहार में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1,667 नए केस, संक्रमितों की संख्या 50,694 तक पहुंची
स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को 7 सितंबर की रिपोर्ट के आधार पर बताया कि पटना जिले में फिर सबसे अधिक 208 पॉजिटिव मिले हैं। इससे यहां कोविड-19 की चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़कर 22986 हो गई है।
PMGKY के तहत 42 करोड़ से अधिक गरीबों को मिले 68,820 करोड़ रुपये
कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए शुरू किये गये 1/70 लाख करोड़ रुपये के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के तहत अब तक 42 करोड़ गरीबों को 68820 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गयी है।
जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के बीच बेहतर हो तालमेल : CM योगी
यू पी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत पर जोर देते हुए विकास कार्यों को समयबद्ध और गुणवत्तापरक ढंग से करने के निर्देश दिए।
मोदी सरकार ने दी पावर ग्रिड को संपत्ति मौद्रीकरण की मंजूरी, पहली खेप में 7,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने एक अहम् निर्णय लेते हुये पावर ग्रिड कार्पोरेशन को अवसंरचना निवेश ट्रस्ट (इनविट) के जरिये संपत्तियों का मौद्रीकरण करने को मंजूरी दे दी।
नीरव के वकील का आरोप – मोदी के खिलाफ भारत में चल सकता है राजनीति से प्रेरित मुकदमा
भारत प्रत्यर्पित किये जाने के खिलाफ यहां कानूनी लड़ाई लड़ रहे नीरव मोदी के वकीलों ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मामले के राजनीतिकरण के चलते उनके मुवक्किल के खिलाफ वहां निष्पक्ष मुकदमा चलने की संभावना नहीं है
प्रेरणादायी बलिदान
अपने पूर्वजों को याद करना भारत की प्राचीन परम्परा है। पूर्वजों के पदचिन्हों पर चल कर ही हम उनके सिद्धांतों, शिक्षाओं को आगे बढ़ा सकते हैं।
मां तो मां है…
हम सब छोटे से सुनते आ रहे हैं कि मां तो मां है, चाहे छोटी उम्र में जाये या भरपूर उम्र में जाये, उसका स्थान कोई नहीं ले सकता और कहते हैं जहां ईश्वर नहीं पहुंच पाता वहां मां पहुंच जाती है।
केशवानन्द भारती और ‘भारत’
स्वतन्त्र भारत की न्यायपालिका के इतिहास में अभी तक जो महत्वपूर्ण फैसले आये हैं उनमें सर्वाधिक महत्ता का 1974 का वह फैसला था जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय दिया था