By Ritika
Feb 26, 2024
ये परंपरा काफी पुरानी है, दरअसल पहले के सिक्के तांबे के होते थे और तांबे के बर्तन पानी को शुद्ध करने का काम करते हैं
कहा जाए तो ये परंपरा पुरानी ही है लेकिन अब नदियों में सिक्के फेंकने के कारणों को मनोकामना का रूप दिया जा चुका है