आज का राशिफल (30 सितम्बर 2020)
राजकीय पद की प्राप्ति के योग बन सकते हैं। किसी दुकानदार से बहस हो सकती है। वाणी को नियंत्रित रखें। घरेलू समस्याएं बनी रहेंगी। भाई के स्वास्थ्य के प्रति मन दुखी होगा। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
हाथरसः ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच गैंगरेप पीड़िता का किया गया अंतिम संस्कार
गांव वालों के भारी विरोध के बावजूद पीड़िता का अंतिम संस्कार करा दिया। लोगों के गुस्से को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है। उधर, परिवार वालों की ओर से लगातार न्याय की मांग की जा रही है।
हाथरस पहुंचा गैंगरेप पीड़िता का शव, रात में अंतिम संस्कार करने के लिए ग्रामीण राजी नहीं
पुलिस प्रशासन की ओर से परिवार वालों को समझाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस चाहती है कि पीड़िता का अंतिम संस्कार रातभर में ही कर दिया जाए। इस बीच, मामले में राजनीति भी तेज हो गई है।
कहीं खुशी कहीं गम जिंदगी के रंग
जिन बुजुगों को मैं इतने सालों से संभाल रही थी उनकी ख़ुशी का कारण थी। आज वो मेरे लिए मजबूत सहारा बने जिन्होंने मुझे उत्साहित किया कि आप ही कहती थी शो मस्ट गो ऑन अब आप उठो हमारे लिए शो ऑन रखो न चाहते हुए भी अपने वादे पर उतरना पड़ा तो कहीं न कहीं मेरा उठने का सहारा बन गए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पिता श्रीकृष्ण बिरला का निधन
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पिता श्रीकृष्ण बिरला का मंगलवार को निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रो ने बताया कि वह 92 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार थे
नई रक्षा खरीद नीति बड़े बदलाव
केन्द्र में रही सरकारों द्वारा समय-समय पर नीतियों में परिवर्तन किया जाता है। नीतियों में परिवर्तन न किया जाए तो देश नीतिगत अपंगता का शिकार हो जाता है, जैसा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-टू के शासन के दौरान हुआ था।
महागठबंधन में दरार- राजद सहयोगी दलों को दे रहा है अल्टीमेटम: डॉ. प्रेम कुमार
कृषि मंत्री ने कहा कि महागठबंधन में राजद अपने अंहकार के कारण उसके सहयोगी दलें बिखर रहें हैं। राजद यह जानती है कि जनता ने उसे पहले ही नकार दिया है, जिस कारण महागठबंधन से उसके सहयोगी दलें अलग हो रहीं हैं।
संकट का समाधान जरूरी
कोरोना नाम की महामारी ने हर किसी को प्रभावित किया। क्या आर्थिक और क्या सामाजिक, पूरी दुनिया हर मोर्चे पर प्रभावित हुई है।
राजनीतिक दल कायस्थ समाज की प्रतिनिधित्व करने का विचार करें: आर. के. सिन्हा
सिन्हा ने 1952, 1957 और 1962 तक के चुनावों में बिहार में 50-60 की संख्या में कायस्थ चुनकर बिहार विधान सभा पहुंचते थे। विधान सभा अध्यक्ष डॉ. बिन्देश्वरी प्रसाद वर्मा और कम से कम तीन कैबिनेट मंत्री कायस्थ समाज से होते थे
सुशांत की मौत को लेकर AIIMS फोरेंसिक प्रमुख ने कहा – मेडिकल बोर्ड ने CBI को निर्णायक ‘मेडिको-लीगल’ राय दी
एम्स के फोरेंसिक प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता ने मंगलवार को कहा कि चिकित्सीय बोर्ड ने सुशांत की मौत को लेकर सीबीआई को निर्णायक ‘मेडिको-लीगल’ राय दे दी है।