बिहार में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप अचानक ही तेज हो चुका है। राज्य में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के 14 कर्मचारियों की कोविड-19 जांच रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव आई।
CMO के एक कर्मचारी में संक्रमण की पुष्टि
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री कार्यालय के 15 कर्मचारियों की जांच की गई थी जिनमें से एक कर्मचारी में कोरोना वायरस संक्रमण पाया गया है। अस्पताल से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘‘कुल 16 नमूनों में से मुख्यमंत्री और सीएमओ के 14 कर्मचारियों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है और एक कर्मचारी संक्रमित पाया गया है।’’
बिहार विधानपरिषद के कार्यवाहक में संक्रमण की हुई थी पुष्टि
बिहार विधानपरिषद के कार्यवाहक सभापति अवधेश नारायण सिंह में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोविड-19 की जांच के लिए शनिवार को अपने नमूने भेजे थे। कुमार ने एक जुलाई को एक आधिकारिक कार्यक्रम में सिंह के साथ मंच साझा किया था। कुमार और 15 कर्मचारियों के नमूने इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूयट ऑफ मेडिकल साइंसेज भेजे गए थे।
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 12000 के करीब
बिहार में कोविड-19 से चार और मरीजों की मौत होने से राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 88 हो गई। वहीं संक्रमण के 349 नये मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 11,456 हो गए। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को दी।स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पटना, भागलपुर, किशनगंज और समस्तीपुर में कोविड-19 से एक-एक मरीज की मौत हुई। विज्ञप्ति में कहा गया है कि 28 जिलों से शनिवार को कोविड-19 के 349 नये मामले सामने आये। इसमें कहा गया है कि सबसे अधिक 53 मामले सहरसा जिले से जबकि मुजफ्फरपुर से 44 मामले सामने आये।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि राज्य में अभी तक कोविड-19 के कुल 11,456 मामले सामने आये हैं जिसमें से 88 मरीजों की मौत हो गई है। 8,488 मरीज संक्रमण से ठीक हो गए हैं जबकि राज्य में अभी 2,880 उपचाराधीन मामले हैं। उसने कहा कि राज्य में ठीक होने की दर 74.09 प्रतिशत है। राज्य में अभी तक कुल 2,51,097 नमूनों की जांच की गई है।