देवघर : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रामगढ़ और गिरिडीह की घटना पर क्षोभ प्रकट करते हुए अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। श्री दास की अध्यक्षता में यहां कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की गयी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कानून का शासन सर्वोपरि है। पशु रक्षा हो या कोई और बात, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि निचले स्तर पर प्रशासन में कमी दिखे तो शासन उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई कर जनता में स्पष्ट संदेश दें। दोषी चाहें कोई भी हो बचना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसे सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी थाना क्षेत्र से मवेशी की तस्करी की खबर की पुष्टि हुई तो संबंधित थाना प्रभारी बर्खास्त कर दिये जाएंगे। साथ ही संबंधित पुलिस उपाधीक्षक एवं अन्य उच्च अधिकारी भी कार्रवाई की जद में होंगे। पुलिस अधीक्षक के खिलाफ भी गोपनीय प्रवृष्टि करते हुए कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने स्पष्ट और कड़े शब्दों में कहा कि यह कड़ी कार्रवाई का समय है। पूरे राज्य में गाय सहित पशु की तस्करी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री को राज्य के पुलिस महानिदेशक डी.के. पांडेय ने बताया कि रामगढ़ की घटना में तेरह नामजद अभियुक्तों में एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी तरह गिरिडीह की घटना में तेरह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। श्री पांडेय ने बताया कि अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) सहित चार स्पेशल टीम बनाकर अपराधियों को पकडऩे की कार्रवाई की जा रही है।
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों घटनाओं में शामिल दोषियों को पुलिस शीघ्रता एवं मुस्तैदी से पकड़े ताकि फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द से जल्द दोषियों को सजा दिलायी जा सके। समीक्षा बैठक में राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे, पुलिस महानिदेशक श्री डी. के. पाण्डेय प्रधान सचिव गृह एस के जी रहाटे, एडीजी अनुराग गुप्ता, आई जी आषीष बत्रा, आई जी सुमन गुप्ता, डीआई जी श्री अखिलेश झा, एस. पी. देवघर श्रीमती ए. बिजया लक्ष्मी तथा एस. पी. दुमका श्री मयूर पटेल उपस्थित थे।