झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि झारखण्ड में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाना ही राज्य सरकार की प्राथमिकता है। श्री दास ने यहां कहा कि राज्य के सभी स्कूल प्रबंधन को बच्चों में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करने की सख्त हिदायत देते हुए कहा कि यदि कहीं से भी ऐसी कोई सूचना प्राप्त होती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि झारखण्ड में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाना ही राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, ‘गरीब, मजदूर, किसान एवं समाज के अंतिम पायदान में खड़े परिवार के बच्चे भी अब अशिक्षित न रहे यही लक्ष्य होनी चाहिये’। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी बच्चों के प्रति स्नेह और प्यार रखना चाहिये। बच्चों को एक समान शिक्षा प्रदान करायें तभी झारखण्ड स्वाबलंबी और समृद्ध होगा।
झारखण्ड में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि धनबाद जिले के एक निजी विद्यालय द्वारा एक दिव्यांग बच्चे के परिजनों के साथ नामांकन को लेकर दुर्व्यवहार करने का मामला अखबार के माध्यम से सामने आया था। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की गई थी। इस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल संज्ञान लेते हुये स्कूल प्रबंधन को नामांकन का निदेश दिया था। मुख्यमंत्री के इस पहल से जितिशा खेतान का नामांकन स्कूल में हो सका।
लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।