बिहार के सीतामढ़ी में महाराष्ट्र से लौटने वाले लोगों की जानकारी देने पर एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, बिहार में COVID-19 के संदिग्धों की जानकारी देने वाले युवक की निर्मम हत्या की खबर बेहद दु:खद है। इस मुश्किल घड़ी में हमें एक समाज के तौर पर एकजुट खड़े होने की जरूरत है। इस पर ही भारतीय समाज का भविष्य निर्भर करता है।अपनी जिम्मेदारियों से पीछे न हटें।
दरअसल, युवक ने महाराष्ट्र से लौटे दो लोगों के कोरोना वायरस का संदिग्ध होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचवाई थी, जिसके कारण पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र से लौटे दो लोग रून्नीसैदपुर थाना के मंधौल गांव आए थे।
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उनके महाराष्ट्र से लौटने की जानकारी गांव के ही बबलू राम नाम के एक युवक ने स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचवा दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों संदिग्धों का सैंपल लिया। दोनों संदिग्धों को कोरोना टेस्ट करवाना पसंद नहीं आया और नाराज होकर दोनों ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर बबलू की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे बबलू की मौत हो गई।
रून्नीसैदपुर के थाना प्रभारी डी़ पी़ सिंह ने मंगलवार को बताया, “इस मामले में मृतक के परिजनों के बयान पर हत्या की एक प्राथमिकी रून्नीसैदपुर थाना में दर्ज कर ली गई है, जिसमें छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।” उन्होंने बताया कि पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।