लुधियाना-पटियाला : पंजाब में सिखों के पावन ग्रंथों, समेत श्री ग्रंथ साहिब जी की बेअदबियों के मामलों की जांच के दौरान नाभा पंहुचा जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन,कमीशन के प्रमुख रिटायर्ड जस्टिस रणजीत सिंह और गठित टीम के पदाधिकारियों ने गांव चाहल और ककराला में घटनाओं की वास्तविकता पर की जांच की रिपोर्ट इसी महीने दिसंबर अंत तक और फाइनल रिपोर्ट अप्रैल के अंत तक पंजाब सरकार को सौंप देने की घोषणा की है। जस्टिस रंजीत सिंह ने यह भी कहा कि वह स्वयं घटित हर स्थल पर जाकर बेअदबी की घटनाओं के बारे में सबूत इकटठे कर रहे है। उन्होंने कहा कि वह पूरे मामले की तह तक पहुंच गए है और समस्त कडिय़ा जुड़ गई है। जस्टिस रंजीत सिंह ने यह भी कहा कि उनकी कोशिश रही है कि इस बारे में कोई सुबूत ना छूट पाएं। उन्होंने कहा कि यह धार्मिक मामला होने के कारण हर सूक्ष्म जांच की जा रही है।
नाभा के साथ लगते गांव चहल और ककराला में हुई बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए गठित जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन आज नाभा पहुंचे और दोनों जगह मौके पर पहुंच जांच की। स्मरण रहे है की पंजाब में पिछले साल अलग अलग जिलों में हुई बेअदबी घटनाओं की जांच के लिए पंजाब सरकार की तरफ से 14 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी कर जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन बनाया गया ताकि इन घटनाओं से संबंधित सभी तथ्य सामने आ सकें।
आज कमीशन से पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट से पुर्व जस्टिस रणजीत सिंह और उनके साथ नियुक्त ज्वाइंट डायरेक्टर प्रासिकीयूषन अंग्रेज सिंह रंधावा और रजिस्ट्रार जे पी महमी ने गांव चहल और ककराला पहुंचकर गांववासियों से घटना पर आंकड़े और तथ्य इकटठे किये। बेअदबी की घटनाओं को लेकर अप्रैल 2017 में गठित जस्टिस रंजीत सिंह कमीशन ने मई 2017 से पंजाब भर में हुई बेअदबी की घटनाओं पर जांच शुरू कर दी थी.कमीशन की तरफ से तकरीबन 122 बेअदबी घटनाओं की जांच कर रिपोर्ट सरकार को सौंपी जानी है. जिस पर सरकार द्वारा कार्यवाही की जाएंगी।
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– सुनीलराय कामरेड