देहरादून : उत्तराखंड में इन दिनों बारिश कहर बनकर टूट रही है। चारों ओर जल सैलाब आया हुआ है। बारिश ने पूरे सूबे को हिला कर रख दिया है। मैदान हो या पहाड़ जल प्रलय के सिवा वहां कुछ नज़र नहीं आ रहा। आसमान से बरसी आफत से उत्तराखंड की धरती पानी-पानी हो गयी है। ऐसे में जाएं तो जाएं कहा। घर में पानी, स्कूल में पानी, खेत में पानी। ऐसी कोई जगह नहीं बची है, जहां लोगों को सूखी जमीन मिल सके। भूस्खलन की वजह से बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री, हेमकुंड यात्रा मार्ग कई जगह बाधित है। देहरादून- मसूरी मार्ग भी बोल्डर आने से बंद हो गया।
हरिद्वार व ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान के करीब बह रही है। तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। देहरादून में डीएम ने स्कूलों में एक दिन का अवकाश घोषित किया। पर्वतीय इलाकों में संपर्क मार्ग बंद होने से कई गांवों का मुख्यालयों से संपर्क कटा हुआ है। वहीं, पौड़ी के यमकेश्वर, देहरादून के जीवनगढ़, हरिद्वार के मंगलूपुर में मकान तीन मकान ध्वस्त हो गए। देहरादून जिला प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए सभी स्कूलों में एक दिन का अवकाश घोषित करने के आदेश दिए हैं। हालांकि प्रशासन के आदेश आने से पहले ही बच्चे स्कूल में पहुंच गए थे। इससे लोगों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी। देहरादून में रिस्पना, बिंदाल, सोंग, टोंस समेत कई नदियों का पानी ऊफान पर चल रहा है।
मसूरी में बारिश से जनजीवन प्रभावित
बारिश से राजधानी की दो दर्जन से अधिक कॉलोनी में जलभराव की स्थिति से लोग परेशान है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की 17 से ज्यादा सड़कों पर मलबा, पत्थर और भूस्खलन की चपेट में आने से आवाजाही प्रभावित हो गई है। राजपुर क्षेत्र में बीरगिरवाली में कई मकानों में दरारें आने से लोगों में दहशत बनी हुई है। आईएमए के पास पेड़ गिनने से चकराता रोड पर सुबह आवाजाही ठप हो गई थी। रविवार रात से लगातार हो रही बारिश से सौंग नदी में फिर से उफान आ गया है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे गौहरीमाफी गांव के साथ ही अन्य तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
बारिश का कहर जारी, अब तक वर्षाजनित हादसों में 70 लोगो की मौत
गढ़वाल में मंदाकिनी, नंदाकिनी, पिंडर उफान पर हैं तो कुमाऊं में गोरी, काली, सरयू और शारदा का वेग भयभीत कर रहा है। चंपावत जिले के बनबसा में शारदा बैराज पर आवाजाही बंद कर दी गई है। सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के एसडीओ बृजेश मौर्या ने बताया कि शारदा का जलस्तर एक लाख तीन हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है। दूसरी ओर ऊधमसिंह नगर जिले में स्थानीय ढेला नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे खेत में काम रहा युवक बहाव की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई।
– सुनील तलवाड़