राजनीति में वंशवाद और परिवारवाद का एक और उदहारण सामने आया है। मुलायम सिंह यादव के परिवार से आज वंशवाद को आगे बढ़ाने का एक और मिसाल दिखा है। आज बदायूं लोकसभा से शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव को प्रत्याशी घोषित किया गया है। कल आदित्य यादव बदायूं से नामांकन करेंगे।
दरसल समाजवादी पार्टी ने बदायूं लोकसभा सीट से शिवपाल यादव की जगह उनके बेटे आदित्य यादव को दे दी है। इससे पहले शिवपाल यादव ने खुद चुनाव लड़ने से इंकार किया था। आदित्य यादव ये पहला चुनाव लड़ेंगे।
आदित्य यादव ने टिकट मिलने पर लग रहे आरोप परिवारवाद को लेकर कहा कि जनता और कार्यकर्ताओं की मांग पर मुझे टिकट दिया गया है। मुझे या किसी को टिकट मिलने के बाद जनता के बीच जाकर उनका आशीर्वाद लेना होता है। उसके बाद ही हम सांसद या विधायक बनते हैं। राज्यसभा या एमएलसी बनकर संसद या विधानसभा में नहीं बैठ रहे है। आप इसको परिवारवाद नहीं कह सकते हैं।