नए संसद भवन ने नए देश की नई नींव रखी है। अब हमारे देश का नया संसद नया इतिहास लिखने के लिए तैयार हो चुका है। आपको बता दें की 18 से लेकर 22 सितंबर के बीच संसद के अंदर विशेष सत्र की बैठक हुई थी जहां 19 सितंबर के दिन ही सदन की कार्यवाही को पुराने संसद से नई संसद भवन में शिफ्ट कर दिया गया और विशेष सत्र की बैठक का दूसरा दिन नए संसद भवन से ही शुरू हुआ। अब आप सोच रहे होंगे की नई संसद भवन बनाने की जरूरत क्यों पड़ी और आखिरकार नई संसद भवन में ऐसा क्या खास है जो उसे सबसे अलग बनाता है? लेकिन आपको बता दें की आज का आधुनिक संसद भवन हमारे देश का एक ऐसा इमारत है जो आज तक भारत में कभी बना ही नहीं था। और यही नया संसद भवन देश के आधुनिक करण का गवाह भी बनता है।
संसद भवन की ये है खासियत
भूकंप विरोधी है नया संसद
भूकंप विरोधी है हमारा सांसद भवन जी हां आपने सही सुना हमारे सांसद भवन को तैयार होने में काम से कम 3 साल का वक्त लग गया और इस नहीं इमारत को भूकंप विरोधी बनाया गया अगर भूकंप आया अभी तो ऐसी मार को ऐसे तकनीक से बनाया गया है कि इस पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा।
कॉन्स्टिट्यूशन हाल में है भारतीय संविधान का डिजिटल रूप
नई संसद भवन के अंदर आधुनिकता के जरिए भारतीय संविधान का डिजिटल प्रति भी मौजूद है । जिसे संसद भवन के कॉन्स्टिट्यूशन हाल में रखा गया है।
राष्ट्रीय पक्षी मोर की छपी है संसद के अंदर
नई संसद भवन में लोकसभा के हर कमरे में राष्ट्रीय पक्षी मोर को भी दर्शाया गया है साथ ही राज्यसभा के कक्ष में राष्ट्रीय फूल कमल की छाप को खूबसूरत रूप दिया गया है।
नई संसद भवन का कैफेटेरिया है डिजिटल
नई संसद भवन का कैफेटेरिया भी डिजिटल है जी हां जिसकी दीवारों को काफी बारीकी से तैयार किया गया है आपको बता दे की संसद कैफेटेरिया एक मोबाइल एप बनाया गया है जिसमें आप एंड्रॉयड और एप्पल दोनों फोन पर ही ऑनलाइन खाना मंगवा सकते हैं साथ इसलिए ऑनलाइन पेमेंट की भी व्यवस्था है।
डिजिटल है हमारा संसद भवन
हमारे नए संसद भवन पूरी तरह से डिजिटल है जहां इसमें लोकसभा और राज्यसभा के कमरों के चारों ओर टेक्नोलॉजी का मॉडर्न नजारा देखा है इतना ही नहीं बल्कि इसके अंदर ऑडियो विजुअल सिस्टम भी मौजूद है। आपको यह जानकर हैरानी होगी की नई संसद भवन के तीन प्रवेश द्वार भी बनाए गए हैं।