Death Valley: हकीकत या फ़साना, इस जगह पर अपने आप चलने लगते है पत्थर - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

Death Valley: हकीकत या फ़साना, इस जगह पर अपने आप चलने लगते है पत्थर

आपको और भी हैरानी तब होगी जब ये पत्थर जमीन पर फिसलते हैं और एक लंबा निशान छोड़ जाते हैं। इस स्थान को डेथ वैली भी कहा जाता है।

इस दुनिया में आज भी कई ऐसे रहस्य है जिसका आज तक कोई भी पता नहीं लगा सका है। कुछ लोग इसको कुदरत का करिश्मा मान लेते है तो कुछ लोग इसको भूत आदि से जोड़ के देखते है। आज हम आपको एक ऐसे ही जगह के बारे में बताने वाले है दावा किया जाता है है इस जगह पर पत्थर अपने आप चलने लगते है। 
1679136597 death valley flash flood ap 1
इस जगह के बारे में जो भी सुनता है हैरान रह जाता है। आज तक कोई भी वैज्ञानिकों इस रहस्य को नहीं सुलझा सका है। आपको लग रहा होगा सब एक मिथ्या है लेकिन हकीकत क्या है इसके लिए खबर को पूरा पढ़े। कैलिफ़ोर्निया के दक्षिण-पूर्व में स्थित राज्य नेवादा के करीब ये डेथ वैली क्षेत्र 225 किमी में फैला हुआ है। 
1679136590 pic
सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इससे पहले किसी ने भी इन पत्थरों को हिलते हुए नहीं देखा है। उसके बाद भी इस स्थान के पत्थरों को कई मील तक देखा गया है। जब एक खोज की गई तो पता चला की ये काफी ही हैरान करने वाली घटना है। किसी ने भी पत्थर को कही खिसकते हुए नहीं देखा पर सब कैसे हो जाता है। 
1679136606 death valley
आपको और भी हैरानी तब होगी जब ये पत्थर जमीन पर फिसलते हैं और एक लंबा निशान छोड़ जाते हैं। इस स्थान को डेथ वैली भी कहा जाता है। इन पत्थरों का खिसकना निश्चित रूप से कई वैज्ञानिक सिद्धांतों का विषय रहा है, लेकिन अभी तक कोई भी इसकी कोई भी खोज और सही प्रमाण नहीं बता पाया है। 
1679136617 95915151
वैज्ञानिकों का एक समूह पहली बार 1972 में शोध करने के लिए यहां आया था। करीब सात साल के अध्ययन के बाद उन्होंने पाया कि 317 किलो का एक पत्थर अपनी जगह से हिला भी नहीं था। लेकिन सात साल की रिसर्च के बाद जब वैज्ञानिक वहां वापस गए तो पता चला कि पत्थर करीब 1 किलोमीटर दूर मिला।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eleven + 20 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।