सिंगापुर और भारत में यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने पर हुआ समझौता - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

सिंगापुर और भारत में यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने पर हुआ समझौता

भारतीय यात्रियों को खुशखबरी देते हुए सिंगापुर ने भारत के लिए अपना दरवाजा खोल दिया है और सिंगापुर के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएस) ने रविवार को कहा कि

भारतीय यात्रियों को खुशखबरी देते हुए सिंगापुर ने भारत के लिए अपना दरवाजा खोल दिया है और सिंगापुर के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएस) ने रविवार को कहा कि, भारत के साथ सिंगापुर की ‘वैक्सीनेटेड ट्रेवल लेन’ (वीटीएल) 29 नवंबर से शुरू होगी, जिसमें चेन्नई, दिल्ली और मुंबई से हर दिन 6 उड़ाने उड़ेंगी। चैनल न्यूज एशिया (सीएनए) की रिपोर्ट के अनुसार, सीएएएस ने कहा कि, उसने दोनों देशों के बीच शिड्यूल्ड कॉमर्शियल फ्लाइटों को फिर से शुरू करने पर भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ एक समझौता किया है।
भारत-सिंगापुर में समझौता
भारत-सिंगापुर में समझौता सिंगापुर प्राधिकरण ने कहा कि, 29 नवंबर 2021 से 21 जनवरी 2022 तक सिंगापुर में आने वाले लोगों को के लिए ‘टीकाकरण यात्रा पास’ (वीटीपी) आवेदन खुला रहेगा। वहीं, ऐसे लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा, जो एक दिसंबर के बाद सिंगापुर की यात्रा करना चाहते हैं और जिन्होंने 24 नवंबर के बाद आवेदन दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत से सिंगापुर आने वाले कम दिनों के यात्रियों और ज्यादा दिनों के आने वाले मेहमानों के लिए टीकाकरण यात्रा पास (वीटीपी) के लिए आवेदन 22 नवंबर को सिंगापुर समयानुसार शाम 6 बजे शुरू होंगे। सीएएएस ने कहा कि, एयरलाइंस भारत और सिंगापुर के बीच गैर-वीटीएल उड़ानें भी संचालित कर सकती हैं, हालांकि गैर-वीटीएल उड़ानों पर यात्रियों को सिंगापुर के सख्त कोविड-19 गाइडलाइंस से गुजरना होगा, जिसमें 14 दिनो का सख्त क्वारंटाइन पीरियड शामिल है। जबकि, वीटीएल के तहत सिर्फ कोविड-19 निगेटिव जांच होने तक क्वारंटाइन में रहना होगा
विदेशमंत्री का सिंगापुर दौरा
विदेशमंत्री का सिंगापुर दौरा भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर हाल ही में सिंगापुर का दौरा किया था और माना जा रहा है कि भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण सिंगापुर की यात्रा को फिर से शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारतीय विदेश मत्री एस. जयशंकर ने 17 नवंबर को ट्वीट किया था कि ”सिंगापुर के परिवहन मंत्री एस ईश्वरन से मुलाकात करके अपनी सिंगापुर यात्रा की शुरुआत की। दोनों देशों के बीच यात्रा व्यवस्था बढ़ाने पर चर्चा की गई है”।
यात्रियों को देनी होंगी ये जानकारियां 
आवेदन प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए, वीटीपी आवेदकों के पास कुछ जानकारियों का होन अनिवार्य किया गया है। जिसमें पासपोर्ट, वैक्सीनेशन का डिजिटल प्रमाणपत्र, और उस जगह का नाम, जहां पर यात्री खुद को क्वारंटाइन करेंगे और जहां उनका कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा। कम दिनों के लिए सिंगापुर की यात्रा के लिए वीजा की आवश्यकता होती है और उन्हें अलग से वीजा प्राप्त करना होगा। उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अपना वीटीपी अनुमोदन प्राप्त करने के बाद और सिंगापुर के लिए प्रस्थान करने से पहले कोविड-19 सर्टिफिकेट जरूर ले लें। इसके साथ ही चिकित्सा उपचार और अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति के लिए कम से कम 24 लाख रुपये का न्यूनतम यात्रा बीमा करवाना अनिवार्य होगा।
यात्रियों के लिए गाइडलाइंस
 सभी वीटीएल यात्रियों को दो कोविड-19 टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा। यानि, एक कोविड-19 सर्टिफिकेट भारत से निकलते वक्त दिखाना होगा और दूसरा आरटी-पीसीआर कोविड-19 टेस्ट सिंगापुर पहुंचने के बाद किया जाए। भारत से निकलने से पहले 2 दिनों के अंदर का कोविड-19 निगेटिव टेस्ट होना अनिवार्य किया गया है। वहीं, सिंगापुर पहुंचने के बाद यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाने के बाद उन्हें सेल्फ क्वारंटाइन रहना होगा और कोविड-19 टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें क्वारंटाइन से बाहर निकलने की इजाजत दी जाएगी। हालांकि, 2 साल या उससे कम के बच्चों के लिए टेस्ट करवाना अनिवार्य नहीं किया गया है।
वीटीएल यात्रियों के लिए सुविधाएं वीटीएल
यात्रियों के लिए पूरी तरह से वैक्सीनेटेड होना जरूरी है और यात्रियों के लिए वो वैक्सीन लेना अनिवार्य है, जिसे सिंगापुर की सरकार और डब्ल्यूएओ से मंजूरी मिली हुई है। लिहाजा भारतीय यात्रियों के लिए कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि, सिंगापुर जाने से पहले उन्हें डिजिटल सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा। वहीं, 12 साल और उससे कम आयु के बच्चों को वीटीएल के तहत सिंगापुर में प्रवेश करने के लिए टीकाकरण का प्रमाण प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है यदि उनके साथ एक वीटीएल यात्री है जो सिंगापुर में प्रवेश के लिए सभी वीटीएल आवश्यकताओं को पूरा करता है।

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