पटना : जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दो माह पहले प्रशांत किशोर को शामिल किया था इसके बाद पार्टी की जिम्मेवारी जदयू के राष्टीय उपाध्यक्ष के रूप में सौंपी गयी। इस बार पटना विश्वविद्यालय के चुनाव मेें पीके ने अहम भूमिका निभाया। पहली बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अध्यक्ष का पद जनतादल यू ने छिना। इस चुनाव में पीके का अहम भूमिका था जिसके चलते इस चु नाव में जदयू छात्र जीत का परचम लहराया। पीके के चलते भारतीय जनता पार्अी के कई विधायक सडक़ पर आ गये और उन्होंने धरना भी दिया।
इस चुनाव के चलते भाजपा और जदयू में खटास अभी कम नहीं हुआ है। आज पीके ने पटना के पूर्व विधान पार्षद सह जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के आवास पर राजधानी के सभी मीडिया को भोजन में आमंत्रित किया और स्वयं भी शामिल थे। पीके के भोज में शाकाहारी, मांसाहारी, मछली और मटन बनाया गया। जिसमें पत्रकार भाईयों ने ठंडे के मौसम में मटन और मछली का भरपूर आनंद लिया। इसमें शामिल प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और छायाकार शामिल हुए।
जहां एक-दो पत्रकारों ने पीके की बड़ाई में कहा कि आपके ही चलते कांग्रेस की तीन राज्य में जीत हुई है। आपने जो पंजाब में लाइन बताया था उसी लाइन पर कांग्रेस पार्टी ने काम किया। आपके नेतृत्व में बिहार में भी एनडीए की सरकार बनेगा और बिहार से ज्यादा से ज्यादा सांसद जीतकर भेजेंगे। इन पत्रकारों की बात सुन पीके गदगद हो गये। पिछले दिन पटना के सभी उर्दू अखबारों के साथ मीटिंग हुई थी और चलती रहती है। पीके ने कहा कि हम बक्सर के नहीं शाहाबाद क्षेत्र के रहने वाले हैं। भोज में आमंत्रित प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, डा. अजय आलोक, डा. सुनिल कुमार, निखिल मंडल, अंजुम आरा, श्वेता विश्वास, सुहेली मेहता, युवा प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह सेतु उपस्थित थे।