नई दिल्ली : उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शनिवार को चिराग दिल्ली व ईस्ट ऑफ कैलाश में स्थापित किए 1 टन क्षमता के एरोबिक कम्पोस्टर का उद्घाटन किया। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से स्थापित किए गए इस एरोबिक कम्पोस्टर को उपराज्यपाल ने स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर सही कदम बताया है। इस दौरान बैजल ने दिल्ली की जनसंख्या में तेजी से हो रही वृद्धि और उपलब्ध सीमित संसाधनों का उल्लेख करते हुए स्थानीय निकायों से प्राकृतिक संसाधनों का तर्कसंगत उपयोग और संरक्षण करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1977 में 20 लाख जनसंख्या थी, जो अब बढ़कर 2 करोड़ हो गई है। यही नहीं दिल्ली में प्रतिदिन निकलने वाले कचरे की मात्रा भी तेजी से बढ़ रही है। बैजल ने कहा कि दिल्ली की लैंड फिल साइट राजधानी के लिए शर्म की बात है। नई साइट बनाना कठिन है क्योंकि न तो इसके लिए जमीन मिलती है और न ही प्रस्तावित स्थल पर इसे बनाने के लिए स्थानीय लोग राजी होते हैं।
इसलिए गाजीपुर लैंडफिल साइट से एक शुरुआत की गई है और वहां के कचरे के पहाड़ के मशीनों की मदद से तीन किस्मों का रूप दिया जा रहा है, ताकि रिसाइकलिंग और अन्य उपयोग के बाद बाकी कचरे को जमान की मिट्टी में मिला दिया जाए। वहीं दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कहा कि दक्षिणी निगम वेस्ट टू वेल्थ की राह पर आगे बढ़ने के लिए ग्रीन वेस्ट से खाद बनाने का काम तेज करेगा।
इससे अधिक मात्रा में कचरा प्रबंधन किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने चार एरोबिक ड्रम कम्पोस्ट लगाने का फैसला किया था। जिनमें से एक एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर ने फरवरी 2019 में काम शुरू कर दिया था। ऐसे दो संयत्रों का आज ईस्ट आफ कैलाश और चिराग दिल्ली में उद्घाटन किया जा रहा है।
320 किग्रा जैविक खाद का होगा उत्पादन
आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कहा कि, एक एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर में लगभग 160 किग्रा प्रतिदिन समृद्ध जैविक खाद व कम्पोस्ट का उत्पादन किया जाएगा। जैवकि कचरे से जैविक खाद में बनने में करबी 15 दिन का समय लगता है। इस जैविक खाद को 2.50 रुपए दर से बेचने पर प्रतिमाह 12 हजार रुपए की आमदनी होगी। इसके अलावा प्रतिमाह लैंड फिल साइट तक ठोस कचरे के परिवहन की 30,000 रुपए की बचत होगी।
जिससे निगम को प्रतिमाह करीब 42 हजार रुपए मिलेगा। एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर में प्रतिदिन एक टन जैविक कचरे की खपत होती है। एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर से प्रतिदिन लगभग 15 किलो समृद्ध कम्पोस्ट बनेगी।