कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली जिस सरकार की योजना बन रही है, अगर उनकी पार्टी उसमें शामिल होती है तो यह उसकी ‘‘गलती’’ होगी क्योंकि यह राज्य में सबसे पुरानी पार्टी के अस्तित्व को ‘‘दफन’’ करने के समान होगा। पूर्व सांसद ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को आगाह किया कि वह इस संबंध में दबाव में नहीं आयें।
अपने विचार के समर्थन में निरुपम ने कहा कि कांग्रेस ने कुछ साल पहले उत्तर प्रदेश में बसपा से हाथ मिलाने की गलती की थी लेकिन वहां पार्टी ने इस तरीके से अपना जमीनी आधार खोया जिसे वह अब तक नहीं पा सकी है। कांग्रेस एवं राकांपा फिलहाल महाराष्ट्र में भाजपा को दूर रखने के लिये शिवसेना के साथ सरकार बनाने के तौर-तरीकों पर काम कर रहे हैं। राज्य में 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में 105 सीटें जीतकर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन वह सत्ता से दूर है जबकि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने क्रमश: 56, 54 और 44 सीटें जीती हैं।
वर्षों पहले उत्तर प्रदेश में #BSP के साथ गठबंधन करके काँग्रेस ने गलती की थी।
तब से ऐसी पिटी कि आज तक नहीं उठ पाई।
महाराष्ट्र में हम वही गलती कर रहे हैं।
शिवसेना की सरकार में तीसरे नंबर की पार्टी बनना कॉंग्रेस को यहां दफन करने जैसा है।
बेहतर होगा,काँग्रेस अध्यक्ष दबाव में न आएं।— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) November 21, 2019
मुंबई कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने ट्वीट किया, ‘‘वर्षों पहले उत्तर प्रदेश में बसपा के साथ गठबंधन करके कांग्रेस ने गलती की थी। तब से ऐसी पिटी कि आज तक नहीं उठ पाई। महाराष्ट्र में हम वही गलती कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शिवसेना की सरकार में तीसरे नंबर की पार्टी बनना कांग्रेस को यहां दफन करने जैसा है। बेहतर होगा, कांग्रेस अध्यक्ष दबाव में नहीं आएं।’’