नैनीताल : कांग्रेस के महासचिव हरीश रावत ने श्री राहुल गांधी को प्रेरणा देने वाला नेता बताया है और वह उनके पक्ष में खुलकर सामने आये हैं। श्री रावत ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए उनकी जबर्दस्त पैरवी की है। उन्होंने कहा श्री गांधी के नेतृत्व में ही कांग्रेस आने वाले चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हरा सकती है। हालांकि लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार एवं संगठनात्मक कमजोरी के लिये वे मौजूदा पदाधिकारियों को जिम्मेदार मानते हैं और स्वयं के इस्तीफे देने की बात कबूलते हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने गुरुवार को टि्वटर पर लिखा, ‘‘लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की हार एवं संगठनात्मक कमजोरी के लिये हम पार्टी पदाधिकारी उत्तरदायी हैं। उन्होंने राहुल गांधी को प्रेरणा देने वाला नेता बताया है। उन्होंने कहा है कि सभी लोकतांत्रिक शक्तियां कांग्रेसजन उन्हें अध्यक्ष पद पर देखना चाहते हैं। इस बीच श्री रावत उत्तराखंड में पार्टी को मजबूत बनाने के काम में जुट गये हैं।
उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया ‘‘आदि बद्री पहुंचकर पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं के साथ भेंट की और उनका अभिवादन स्वीकार किया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं के साथ पंचायत चुनाव के संबंध में विस्तृत चर्चा भी की। उल्लेखनीय है कि श्री गांधी के करीबी रहे श्री रावत उत्तराखंड के अल्मोड़ा एवं हरिद्वार सीट से कई बार सांसद रह चुके हैं। वह 2014 से पहले केंद्र में राज्यमंत्री पद पर भी रह चुके हैं। वर्ष 2017 से पहले वह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद को सुशोभित कर चुके हैं। बतौर मुख्यमंत्री उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ है।
वे स्वयं दो विधानसभाओं हरिद्वार एवं किच्छा से बुरी तरह से चुनाव हार गये थे। इसके बाद श्री गांधी उन्हें कांग्रेस का महामंत्री बनाने के साथ असम का प्रभारी बना दिया था। सत्रहवीं लोकसभा चुनाव में वे नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से तीन लाख से अधिक मतों से हार गये थे।