किसानों को फसल के बेहतर दाम और सशक्त लोकपाल के मुद्दे पर दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे ने अपना अनशन तोड़ दिया है। अन्ना के मंच से गुरुवार शाम एलान किया गया कि उनकी मांगे मान ली गईं हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रामलीला मैदान पहुंचकर अण्णा का अनशन तु़ड़वाया। इससे पहले केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र शेखावत ने अन्ना के मंच पर पहुंचकर पीएमओ की चिट्ठी पढ़ीं। अन्ना के अनशन का आज सातवां दिन था।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अन्ना को पानी पिला कर यह अनशन तुड़वाया। इससे पहले आज सभी 292 अनशनकारियों को अन्ना हजारे के पास वाले मंच पर बुलाया गया था।
अन्ना हजारे 23 मार्च से अनशन पर हैं और गुरुवार को इस अनशन का सातवां दिन था। उनके सहयोगी दत्ता अवारी ने बताया था कि अन्ना का वजन पांच किलोग्राम से ज्यादा घट गया है और अनशन की वजह से उनका रक्तचाप भी गिरा है।
बुधवार सुबह अन्ना ने समर्थकों और प्रेस को सरकार के ड्राफ्ट की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि सरकार ने 15 पृष्ठीय अस्पष्ट ड्राफ्ट भेजकर, उन्हें गुमराह करने की कोशिश की है।
सरकार ने किसानों को खर्च पर डेढ़ गुना अधिक राशि देने की शर्त मानी, लेकिन यह नहीं बताया कि राशि किस तरीके से दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान को निर्धारित से कम दाम मिलता है तो सरकार भरपाई सुनिश्चित करे।
दिल्ली के रानलीला मैदान में 23 मार्च से अनशन पर बैठे अन्ना हजारे की लगातार तबीयत खराब हो रही थी। अन्ना के स्वास्थ्य की देखरेख कर रहे डॉ. धनंजय ने बुधवार को बताया था कि अन्ना का वजन 5.5 किलोग्राम कम हो चुका है। रक्तचाप भी 186/100 है जो कि काफी ज्यादा है। शुगर के स्तर में भी काफी गिरावट आई है। ऐसे में उन्हें ज्यादा से ज्यादा आराम करने और पानी पीने की सलाह दी गई थी।
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