रोहतक : सोनीपत के गांव रोहट स्थित नहर में डूबे तीनों युवकों के शवों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। सुबह ही गोताखोरों की टीम ने तीनों के शव नहर से बरामद कर लिये थे। शव मिलने की सूचना पर आस-पास गांव के भी काफी संख्या में ग्रामीण सांपला पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। इसके अलावा पूर्व सीएम हुड्डा, सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर व सांसद दीपेंद्र हुड्डा व इनेलो नेता सतीश नांदल ने भी सांपला पहुंचकर मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया। पूर्व सीएम ने कहा कि चार युवकों की मौत से परिवार व समाज को भारी क्षति हुई है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती।
ग्रामीणों में इस बात का रोष था कि रोड व टै्रक जाम के बाद ही प्रशासन ने पानी रुकवाया है, अगर प्रशासन पहले यह कारवाई कर देता तो परिजनों को सडक पर बैठना नहीं पड़ता। मंगलवार सुबह जब लोगों को यह खबर मिली कि नहर में डूब तीनों युवकों के शव बरामद हो गए है। इसके बाद बाजार में लोगों का तांता लगना शुरु हो गया। दोपहर करीब डेढ़ बजे तीनों के शवों को सोनीपत से पोस्टमार्टम के बाद सांपला लाया गया। लोगों की जुटी भीड़ को देखते हुए अंतिमसंस्कार की पहले ही तैयारी कर ली गई थी। शवों को कुछ मिनटों के लिए ही घर पर ले जाया गया।
इसी दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी मृतकों के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। बाद में सहकारिता मंत्री भी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। शोक के चलते मंगलवार को तीसरे दिन भी बाजार व मंडी पूरी तरह से बंद रही। ग्रामीणों का कहना था कि अगर वह सडक व रेल यातायात अवरुद नहीं करते तो युवकों के शव मिलने मुश्किल थे, सोनीपत प्रशासन ने पहले तो कोई कारवाई ही नहीं की थी। बताया जा रहा है कि सोमवार को नहर में डूबे युवकों की तलाश के लिए ग्रामीणों ने सांपला में चार घंटे दिल्ली हिसार हाईवे व दो घंटे तक रेलवे टै्रक को जाम रखा था। इसके बाद ही प्रशासन ने नहर का पानी रोकने का आश्वासन दिया था, पानी कम होने के बाद ही युवकों के शव मिले है।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।
(मनमोहन कथूरिया)