बिहार में सत्ता परिवर्तन हो चुका है और महागठबंधन की सरकार बन चुकी है। आज नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली। इसी बीच बीजेपी ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोलते हुए धोखेबाज करार दे दिया तो जदयू ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की सारी योग्यताएं है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी सफेद झूठ बोल रहे हैं कि मुख्यमंत्री उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे।
ललन सिंह ने पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए का कहा कि बीजेपी नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार अपमानित किया जा रहा था। मुख्यमंत्री ने काफी हद तक भाजपा के रवैये को बर्दाश्त किया, पर तंग आकर एनडीए छोड़ना पड़ा। जदयू अध्यक्ष ने यह भी कहा कि आरसीपी सिंह बीजेपी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे। 2020 के चुनाव में जदयू को हराने के षड्यंत्र में भाजपा के साथ आरसीपी सिंह भी मिले हुए थे।वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। सुशील मोदी ने कहा कि यह बात सरासर झूठ है कि बिना नीतीश की सहमति के ही आरसीपी सिंह को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया। उन्होंने कहा कि आरसीपी के नाम की सिफारिश खुद नीतीश कुमार ने ही की थी।
बिहार का उपमुख्यमंत्री रह चुके सुशील कुमार मोदी ने यह भी दावा किया कि बीजेपी ने कभी भी जदयू को तोड़ने की कोशिश नहीं की। सुशील मोदी ने कहा कि अमित शाह ने नीतीश कुमार से एक नाम देने को कहा था. इस पर नीतीश ने ही आरसीपी सिंह का नाम दिया था। उन्होंने यह भी का कि नीतीश ने उस समय कहा था कि इससे ललन सिंह थोड़े नाराज होंगे लेकिन आरसीपी सिंह को बना दीजिए। इसलिए यह बात सफेद झूठ है कि आरसीपी सिंह को बिना नीतीश की सहमति से केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया।