दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बी और सी कैटेगरी की सीटों पर विस्तृत चर्चा हुई, ऐसी तकरीबन से 40 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों के पैनल पर भी चर्चा की गई, ये वो सीटें हैं जिन्हें बीजेपी या तो पिछले चुनावों में हार गई थी या फिर कभी जीती ही नहीं है। सूत्रों की मानें तो आदिवासी बहुल झाबुआ और धार जिले की तीन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम लगभग तय कर लिए गए हैं। इसके अलावा तकरीबन 40 ऐसी सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगा दी है, जो बी या सी कैटेगरी में आती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई।
बीजेपी में आए विधायकों वाली सीटों को फिलहाल चर्चा में शामिल नहीं किया गया
ज्योतिरादित्य सिंधिया के आग्रह पर ऐसी सीटों को फिलहाल होल्ड कर दिया गया है। इन पर चर्चा बाद में की जाएगी। तीन साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत करके अपने 18 विधायकों के साथ बीजेपी का रुख कर लिया था। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले मध्य प्रदेश के कोर ग्रुप की नेताओं के साथ एक बैठक गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी हुई, इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में आए विधायकों वाली सीटों को फिलहाल चर्चा में शामिल नहीं किया गया।
चुनावों की तारीखों का एलान होने से पहले ही चुनावी तैयारियां शुरू
माना जा रहा है कि इसी के चलते बीजेपी इस बार चुनावों की तारीखों का एलान होने से पहले ही चुनावी तैयारियों और उम्मीदवारों की चयन में जुट गई। बीजेपी के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब चुनावों के एलान के पहले बीजेपी उम्मीदवारों के चयन में जुट गई है। साल 2018 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।