दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने शनिवार को सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) का दौरा किया जहां किसान पिछले एक महीने से केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ श्रीवास्तव ने एक महीने से अधिक समय से विरोध स्थल पर तैनात पुलिस और अर्धसैनिक बलों के कर्मचारियों से मुलाकात की।
उत्तरी दिल्ली में सिंघु सीमा का दौरा किया, जहां दिल्ली पुलिस और केंद्रीय पुलिस बल एक महीने से अधिक समय से तैनात हैं। वे किसान आंदोलन के स्थल पर अच्छा कार्य कर रहे हैं। श्रीवास्तव ने ट्वीट किया, उनके भोजन और ठंड और कोविड से सुरक्षा के लिए उपयुक्त व्यवस्थाएं लागू हैं।
इससे पहले कमिश्नर ने 11 दिसंबर को टिकरी बार्डर का दौरा कर आंदोलन स्थल में तैनात पुलिस व सीएपीएफ कर्मियों से मुलाकात की थी। देर रात तक चली इस दौरान उन्होंने सीमा पर तैनात पुलिस कर्मचारियों से बातचीत की थी। शनिवार को 31वें दिन आंदोलनकारी 40 किसान संघों के नेताओं के एक समूह ने घोषणा की कि सरकार-किसान के बीच मंगलवार को छठे दौर की वार्ता होगी। समूह ने दोहराया कि तीन विवादास्पद कृषि कानूनों और बिजली (संशोधन) विधेयक, 2020 को निरस्त करना उनकी ‘पहली और सबसे महत्वपूर्ण’ मांग है। साथ ही अन्य मांगें भी हैं।