देश के कई कोने में आजकल कुदरत जमकर तबाही मचा रही है। हर तरफ इस मौसम के कोहराम से लोगों की चीखें गूँज रही है। फिर चाहे वो पहाड़ी इलाका उत्तराखंड हो या फिर राजधानी दिल्ली ही क्यों न हो? आसमान से बरसी आफत ने लोगों की ज़िन्दगी ही बदल दी। हर तरफ बाढ़ का प्रलय देखने को मिल रहा है। हर बार जब भी मॉनसून का मौसम आया है ये अपने साथ कई भयंकर तबाही को लेकर आया है। लेकिन इस बार तो इसने अपना रौद्र रूप दिखा दिया। जिसमें राजधानी दिल्ली भी इसके चपेट में आ गयी।
राजधानी में दिखा बारिश का प्रलय
राजधानी दिल्ली में मंगलवार के दिन पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़कर खतरे के निशान से ऊपर बढ़कर चला गया। जी हाँ यमुना का जलस्तर 205.39 मीटर तक पहुंच गया था। जांच के दौरान केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों ने बताया की जल स्तर में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के चलते कई काम रुके पड़े हैं।
टूटे पिछले सारे सभी रिकॉर्ड
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार के दिन दोपहर 3 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। बता दें की चेतावनी स्तर 204.5 मीटर है और अब येर 204.57 मीटर हो गयी है। जुलाई के मौसम में पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के चलते राजधानी दिल्ली में बाढ़ जैसा माहौल आ गया था। जिसने पिछले सभी रेकॉर्डों को तोड़ दिया था। बीते सालों के मुकाबले इस बार ये जलस्तर सबसे ज़्यादा था।