मेष – (चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आर्थिक स्थिति में भारी उथल-पुथल की संभावना दिखाई देती है। बहुत प्रयासों के बाद भी जरूरी नहीं कि आप कुछ अच्छा प्राप्त कर ही पायें। शान्त बने रहें।
क्या करें – केतु के मंत्र जाप करें।
वृषभ – (इ उ ए ओ व वी वू वे वो)
सगाई-संबंधों में कुछ उतार-चढाव के बाद कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आर्थिक स्थिति में सुधार के कारण मनोबल में तेजी से वृद्धि होगी।
क्या करें – ओपल को मिडिल फिंगर में पहनें।
मिथुन – (क की कु घ ड़ छ के को ह)
आपने जो मनसूबे बनाएं हैं उनमें कुछ-कुछ प्रगति हो सकती है। पीछे किये गये प्रयासों में कुछ प्रतिफल प्राप्त होने की आशा रखी जानी चाहिए।
क्या करें – चींटियों को दाना दें।
कर्क – (ही हू हे हो ड डी डू डे डो)
गोचर ग्रह ठीक है। यदि जन्म कुंडली के दशा-अन्तर्दशा भी शुभ है तो किसी नये काम की योजना पर काम हो सकता है। स्त्री और संतान से भरपूर सहयोग मिल जाने से सुविधा रहेगी। किसी मित्र या परिचित से मुलाकात हो सकती है।
क्या करें – गले में अर्धचन्द्र यंत्र धारण करें।
सिंह – (म मी मु मे मो ट टि टु टे)
मानहानि की आशंका बनी रहेगी। जिन लोगों पर आपको ज्यादा भरोसा है वहीं आपके लिए कोई परेशानी पैदा कर सकते हैं। यदि व्यापारिक यात्रा है तो नहीं करें।
क्या करें – नम्बर 1 का बार बार प्रयोग करें।
कन्या – (टो प पि पू ष ण ठ पी पो)
अतिथि सत्कार का अवसर मिल सकता है। जीवन साथी का सहयोग मिल जाने से मन में प्रसन्नता का संचार होगा। आर्थिक हित साध सकेंगे।
क्या करें – स्वभाव में मृदुता लाएं।
तुला – (र रि रू रे रो त ति तु ते)
जीवन में कुछ अच्छा घटित हो सकता है। पीछे जो प्रयत्न किये हैं उनका प्रतिफल मिल सकता है। समय अनुकूल है लेकिन स्वास्थ्य के प्रति भी सावचेत बने रहें।
क्या करें – क्लीन सेव रखें।
वृश्चिक – (तो न नि नु ने नो या यि यु)
पूरा दिन बैचेनी और मानसिक परेशानी में व्यतीत हो सकता है। दूसरों से अकारण ही उलझना आपके लिए अच्छा नहीं होगा। यात्रा को स्थगित रखें।
क्या करें – अनामिका अंगुली में तांबा या मूंगा पहनें।
धनु – (ये यो भ भि भू धा फा ढ़ा भे)
भली प्रकार समझबूझ कर फैसला लेने से आगे की योजनाओं में सफलता की आशा रखी जा सकती है। किसी भी स्थिति में स्वयं पर भरोसा नहीं खोयें।
क्या करें – लकड़ी से बना अशोक-स्तम्भ अपने घर में रखें।
मकर – (भो ज जी जु जे ख खु खे गि ग)
घर-गृहस्थी की सुख-शान्ति में आप व्यस्त रहेंगे। धनोपार्जन के अतिरिक्त उपायों के कारण आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना बनी रहेगी। यात्रा से लाभ होगा।
क्या करें – फूलों से श्रीशिव की पूजा करें।
कुभ – (गु गे गो स सि सु से सो द)
असम्भावित और आश्चर्यजनक घटनाएं आपको पीड़ित कर सकती हैं। परिजनों से मतभेदों के कारण मानसिक शान्ति के भंग हो जाने का अंदेशा बना रहेगा।
क्या करें – लोहे की रिंग मध्यमा अंगुली में धारण करें।
मीन – (दि दु थ झ दे दो च चि)
दक्षिण दिशा की यात्रा से लाभ हो सकता है। किसी मांगलिक कार्य में शिरकत करने का अवसर प्राप्त होगा। पुराने मित्र या संबंधी से मुलाकात हो सकती है।
क्या करें – तीन दिन लगातार संध्या वंदन करें।
– : Astrologer Satyanarayan Jangid
Email- astrojangid@gmail.com