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फ़िजी देश के सिख पुलिस अब आधिकारिक क्राउन के साथ पहन सकेंगे पगड़ी, जानिए पूरी खबर

फिजी देश से सिखों के पक्ष में एक बड़ा फैसला आया है। अब वहां के पुलिस बल ने विविधता को बढ़ावा देने के लिए वर्दी में बदलाव को मंजूरी दी है। इसके साथ ही नवजीत सिंह सोहाता आधिकारिक फिजी पुलिस क्राउन के साथ पगड़ी पहनने वाले पहले सिख पुलिसकर्मी बन गए हैं।

फिजी में कार्यवाहक पुलिस आयुक्त जुकी फोंग च्यू ने आधिकारिक फिजी पुलिस क्राउन के साथ पगड़ी पहनने की मंजूरी दी है। विविधता और समावेशिता का सम्मान पुलिसिंग प्रयासों की सफलता के लिए अभिन्न अंग है, इस बात को स्वीकार करते हुए जुकी फोंग च्यू ने पुलिस क्रॉउन के साथ पगड़ी पहनने की अनुमति दी।

बीस वर्षीय पुलिस कांस्टेबल सोहाता खुली भर्ती से चयनित हुए हैं। अब वे नासोवा में बेसिक रिक्रूट्स कोर्स में प्रशिक्षण प्राप्‍त कर रहे, बैच 66 के सदस्य हैं।एक धर्मनिष्ठ सिख, सोहता ने यह जानते हुए अकादमी में प्रवेश किया था कि प्रशिक्षण आवश्यकताओं के लिए उन्हें व्यक्तिगत बलिदान देना होगा। फिजी पुलिस ने एक बयान में कहा, हालांकि, कार्यवाहक पुलिस आयुक्त ने सोहाता के अधिकारों का सम्मान करते हुए आधिकारिक फिजी पुलिस क्राउन के साथ पगड़ी पहनने को मंजूरी दे दी। कमिश्नर च्यू ने कहा कि यह कदम समानता और विविधता के बुनियादी सिद्धांतों को बनाए रखने में संगठन की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। स्टेनली ब्राउन की एक पुस्तक, ‘द हिस्ट्री ऑफ द फिजी पुलिस फोर्स’ के अनुसार, पहले सिख कांस्टेबलों को 1910 के दशक की शुरुआत में पुलिस में भर्ती किया गया था।

फिजी के उत्तरी डिवीजन के ड्रेकेटी गांव के निवासी सोहाता ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पहले तो अपने परिवार से दूर रहना मुश्किल था।उन्‍होंने कहा, मेरे जीवन में ऐसे कई लोग हैं जिन्हें मैं प्रेरणा और रोल मॉडल के रूप में देखता हूं। जब मेरी पेशेवर जिंदगी की बात आती है तो उन्हें गौरवान्वित करना और उनके जैसा अच्छा बनना मेरा लक्ष्य है। लुटोका गुरुद्वारा द्वारा रखे गए रिकॉर्ड के अनुसार, गिरमिटिया श्रम प्रणाली के अंत में सिख फिजी पहुंचे और ज्यादातर ने किसानी, पुलिसकर्मी और शिक्षक का पेशा चुना। फिजी देश में सिखों द्वारा बनाया गया पहला स्कूल बा जिले में खालसा हाई स्कूल था और 1922 में बनाया गया सुवा गुरुद्वारा सबसे पुराना है।

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