कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने घाटी में सेना ऑपरेशन के दौरान मारे जाने वाले लोगों पर चिंता जाहिर करते हुए भारतीय सेना की तारीफ की है। उन्होंने सिविलिन किलिंग या नॉन मिलिटेंट किलिंग को सांप-सीढ़ी वाली स्थिति बताया। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने यह बात कही।
सिविलिन और नॉन मिलिटेंट किलिंग पर बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि हम बचपन में सांप-सीढ़ी खेलते थे। जिसमें आदमी ऊपर पहुंच जाता था, वहां सांप का मुंह होता था, आदमी फिर सांप की दुम पर आ जाता है। इसके बाद फिर वह ऊपर सांप के मुंह तक पहुंच जाता था।
गुलाम नबी ने कहा कि सैन्य अभियानों में आम लोगों के मारे जाने से और मिलिटेंसी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा आर्मी के ऑपरेशन की सराहना की है, खासकर पूंछ और राजौरी के इलाकों में। उन्होंने कहा कि यहां हमारे फौजियों का बहुत अच्छा तालमेल रहा।
#WATCH | Non-militant/civilian killings fuel militancy & undo all the gains… Armymen are doing great work here in close cooperation with locals but they should avoid collateral damage during anti-terror operations: Congress leader Ghulam Nabi Azad in Rajouri, J&K (03.12) pic.twitter.com/yYxoDY5tyI
— ANI (@ANI) December 4, 2021
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने हमेशा अच्छा काम किया है। इसमें उनकी जानें भी चली गई हैं। हजारों की संख्या में जवान मारे जा चुके हैं। लेकिन सेना को ऐसी घटनाओं से बचना चाहिए। उनको जल्दीबाजी नहीं करनी चाहिए। यदि कोई मिलिटेंट कहीं भागता है तो जरूरी नहीं है कि उसे अभी मारना है।
उन्होंने कहा कि मेरे समय में मैं कहता था, यदि आतंकी किसी घर में भागा तो भागता कब, रेयर केस में होता है कि मिलिटेंट किसी के घर में शरण लेता है या घर वालों का उससे सांठगांठ होती है। सामान्य तौर पर मैंने देखा है कि भागते समय जिसका घर खुला होता है मिलिटेंट उसके घर में घुस जाता है। घरवालों को मालूम भी नहीं होता है कि यह कौन है। सिक्योरिटी फोर्सेज जाते हैं और घर को ही उड़ाते हैं। घरवालों के समेत उजाड़ते हैं। सेना को इससे बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मिलिटेंट किसी के घर में घुसता है तो दो दिन इंतजार करों, चारों तरफ से घेराबंदी कर दो, तो भाई वो दो दिन में निकलेगा। कोई डॉक्टर ने नहीं बताया है कि उसी दिन मार देना है। दो दिन के बाद भी उसे मार सकते हो। ऐसे में न उसका घर का और न ही घरवालों का कोई नुकसान होगा।