रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि उनकी सरकार पैसों के अभाव में पढ़ई पूरी नहीं पाने वाले प्रतिभाशाली छात्रों के साथ खड़ है। श्री दास ने यहां मुख्यमंत्री फेलोशीप योजना की ऑनलाइन सुविधा की शुरुआत करने के बाद कहा कि पैसों के अभाव में कई बार प्रतिभाशाली छात्र अपनी पढ़ई पूरी नहीं कर पाते हैं। सरकार ऐसे छात्रों के लिए खड़ है। साथ ही शोध कार्यों को बढ़वा देने के लिए सरकार काम कर रही है। ऐसे ही छात्रों के लिए मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना की शुरुआत की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब छात्र छात्रवृत्ति, अनुदान और मानदेय के लिए ऑनलाइन भी आवेदन दे सकेंगे। इसके लिए उन्हें विभागों के चक्कर नहीं काटने होंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार उच्च शिक्षा को बढ़वा देने के लिए कई कदम उठा रही है। यह इसी की कड़ है। इसके साथ ही शोध कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार अनुदान दे रही है। इस मौके पर उच्च, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने बताया कि तीन श्रेणियों में मुख्यमंत्री फेलोशीप योजना का लाभ दिया जा रहा है। पहला स्नातक स्तर पर तकनीकी पाठ्यक्रम में नामांकन प्राप्त छात्र-छात्राओं के लिए स्कॉलरशिप योजना चलायी जा रही है। इसमें 23 आईआईटी, 19 आईआईएम, 29 एनआईटी, 17 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी समेत देश के 168 सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में पढ़ई के लिए स्कॉलरशिप दी जा रही है।
श्री सिंह ने बताया कि इसके अलावा राज्य के विश्वविद्यालयों से स्नातकोत्तर की पढ़ई पूरी कर चुके छात्रों को पीएचडी करने के साथ ही शोध कार्य करने के लिए हर माह 15 हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। यह राशि तीन वर्षों तक दी जायेगी। यदि किसी विद्यार्थी का शोध कार्य वैश्विक परिदृश्य के प्रमुख 100 विश्वविद्यालयों में स्वीकार कर लिया जाता है, तो वैसे छात्र को एक लाख रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ उन्हीं छात्रों को मिलेगा, जिनके अभिभावक आयकर दाता नहीं है।
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