चेन्नई: तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के प्रशंसकों ने आज उनके राजनीति में प्रवेश का विरोध कर रहे शरारती तत्वों के खिलाफ एक प्रदर्शन का आयोजन किया। प्रदर्शनकारियों ने एक पुतला दहन करने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। 25 लोगों को हिरासत में ले लिया गया और उन्हें टोनडैरपेट में एक विवाह हॉल में बंद कर दिया गया।
प्रदर्शन का आयोजन करने वाले रजनी के एक प्रशंसक सत्या ने बताया कि जो पुतला उन्होंने दहन करने का प्रयास किया वो किसी व्यक्ति का नहीं था बल्कि अभिनेता के राजनीति में प्रवेश का विरोध करने वालों का था। उन्होंने बताया, ”यह एक सांकेतिक प्रदर्शन था।” सोमवार को तमिल समर्थक संगठन तमिझार मुनेत्र पडई ने ‘कबाली’ के स्टार के राजनीति में प्रवेश की रिपोर्टो का विरोध किया और व्यस्त कैथेड्रल रोड पर उसका पुतला दहन किया और दावा किया कि वह कन्नड़ हैं।
‘नाम तमीझार’ राजनीतिक संगठन के नेता सीमन ने भी राजनीकांत के राजनीति में प्रवेश का विरोध किया। रजनीकांत का कन्नड़ मूल का होना अक्सर तमिलनाडु में चर्चा का विषय बन जाता है। तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच जब कावेरी नदी जल बंटवारे का विरोध बढ़ जाता है तब भी तमिल समर्थक संगठन यह मुद्दा उठाते हैं।
हालांकि पिछले सप्ताह अभिनेता ने अपनी तमिल पहचान पर जोर देते हुये कहा था कि उनका पैतृक घर तमिलनाडु में कृष्णागिरी जिले के एक गांव में है। उन्होंने कहा था, ”मैं एक तमिल हूं..। अगर आप मुझे बाहर निकलने को कहें और मुझे बाहर फेंक दें तो मैं केवल हिमालय पर जाउंगा और दूसरे राज्य में नजर नहीं आऊंगा।”
भाषा