मध्यप्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा है कि शिवराज सरकार द्वारा पौधारोपण कार्यक्रमों में किए गए भ्रष्टाचार के चलते खरगोन में इतनी गर्मी पड़ रही है। आज अपराह्न जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी को लेकर पूछे गए सवाल के उत्तर में श्री बच्चन ने कहा कि शिवराज सरकार द्वारा विभिन्न पौधारोपण कार्यक्रमों के नाम पर किए गए भ्रष्टाचार के चलते ऐसी परिस्थितियां निर्मित हुई हैं।
श्री बच्चन ने कहा कि उन्होंने 2008 से 2018 तक हुए पौधारोपण के बारे में विधानसभा में प्रश्न पूछा था जिसमें प्राप्त जवाब में यह बताया गया था कि हरियाली महोत्सव के तहत सन 2014- 2015 तथा 2016 में 10 करोड़ पौधे लगाए गए थे तथा 2 जुलाई 2017 को विश्व रिकॉर्ड बनाने हेतु नर्मदा नदी के अंतर्गत आने वाले 24 जिलों में 7 करोड़ पौधे लगाए गए थे। उन्होंने बताया कि इसमें से एक करोड़ पौधे खरगोन जिले में भी लगाना बताया गया था।
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 400 करोड़ खर्च कर 17 करोड़ पौधे मध्य प्रदेश सरकार ने लगाने का दावा किया था लेकिन धरातल पर कुछ हुआ ही नहीं। उन्होंने कहा कि खरगोन जिले में यदि एक करोड़ में से 10 या 20 फीसदी पौधे भी पनप जाते तो इतनी रिकॉर्ड तोड़ गर्मी यहां नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि दरअसल पौधारोपण के नाम पर शिवराज सरकार ने व्यापक भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने एक अन्य प्रश्न के जबाब में कहा कि प्रदेश सरकार अपने वचन पत्र में दिए गए वादों को शीघ, पूर्ण करेगी।
तबादलों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगाए गए आरोपों से असहज हुए बच्चन ने कहा कि समस्त तबादले नियमानुसार और तबादला नीति के अंतर्गत ही किये गये हैं।
उन्होंने आज खरगोन में पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा दिग्विजय सिंह के समर्थन में छात्र नेता तथा लोकसभा प्रत्याशी कन्हैया कुमार के भोपाल आने को लेकर उन्हें देशद्रोही तथा आतंकवाद परस्त करार दिए जाने पर कहा कि पूरे प्रदेश में जितने भी घृणित अपराध हुए हैं वह भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने ही किए हैं, क्या यह देशद्रोह नहीं है। उन्होंने श्री चौहान के खरगोन जिले के किसान दिलीप राठौड़ द्वारा कर्ज माफी नहीं होने के चलते आत्महत्या कर लिए जाने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि ऐसी परिस्थितियां नहीं है। श्री बच्चन दरअसल आज कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी डॉक्टर गोविंद मुजाल्दे के समर्थन में आयोजित नामांकन रैली के सिलसिले में खरगोन आए थे।