केरल में निपाह के प्रकोप पर चिंताएं कुछ कम हो गयी हैं। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने शुक्रवार को कहा कि सातवें संदिग्ध व्यक्ति को भी निपाह के संक्रमण से मुक्त पाया गया। शैलजा ने नई दिल्ली में पत्रकारों को बताया कि अभी कोच्चि के मेडिकल कालेज अस्पताल के एकांत वार्ड में इलाज करा रहे एक और व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण नहीं मिले।
निपाह वायरस के फैलने की आशंका के बीच शैलजा ने केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन से मिलकर जानलेवा संक्रमण को लेकर प्रशासन की तैयारियों से उन्हें अवगत कराया। केरल की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हर्षवर्धन ने उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सरकार ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि निपाह से संक्रमित कालेज छात्र के इलाज के सिलसिले में जो लोग प्रारंभिक चरण में उसके संपर्क में आए थे, उनमें से छह लोगों की जांच की गई और उनमें से कोई इस विषाणु से संक्रमित नहीं पाया गया।
सरकार ने कहा है कि छात्र के साथ संपर्क में आए कुल 318 लोगों पर निगरानी रखी गयी है । सरकार द्वारा शुक्रवार को यहां जारी एक बुलेटिन में बताया गया कि कुल 318 लोगों में 52 को उच्च जोखिम वाली श्रेणी में रखा गया है । निपाह वायरस से संक्रमित छात्र की स्थिति में सुधार हुआ है। वह खाना खा रहा है । उसने अपनी मां से भी बात की है। दिल्ली आयी शैलजा ने कहा कि मध्य जुलाई तक सतर्कता बरकरार रखने को कहा गया है। निपाह वायरस से पिछले साल मई में राज्य में 17 मौत हुईं थी।