भोपाल (मनीष शर्मा ) देश में सात दशक बाद आज से फिर चीता युग की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीतों को कूनो अभयारण्य के क्वारंटाइन बाड़े में छोड़ दिया है। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर एवं मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी उपस्थित थे।
चीतों को इसके पहले इन्हें नामीबिया से विशेष विमान से ग्वालियर लाया गया था और वहां से चीनूक हेलिकाप्टर के द्वारा कूनो पहुंचाया गया।75 साल पहले वर्ष 1947 में देश में आखिरी बार चीता देखा गया था। छत्तीसगढ़ में कोरिया के महाराजा ने तीन चीता शावकों का एक साथ शिकार किया था। वर्ष 1952 में भारत सरकार ने चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया था। इसके बाद आज देश में फिर से चीतों की वापसी हुई है।
मध्यप्रदेश काे पहले से टाइगर स्टेट, तेंदुआ स्टेट, वल्चर स्टेट और घड़ियाल स्टेट का दर्जा प्राप्त है और अब चीताें के आने के बाद मध्यप्रदेश चीता स्टेट भी बन गया है। एमपी में सबसे ज्यादा 526 बाघ, तेंदुए 3421 हैं। इसके अलावा प्रदेश में जंगल 30 प्रतिशत से अधिक है और राष्ट्रीय उद्यान 10 हैं। टाइगर रिजर्व 6, वन्य जीव अभयारण्य 25 हैं। घड़ियाल और वल्चर के मामले में भी प्रदेश सबसे आगे हैं।