पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (WBCPCR) की छह सदस्यीय टीम ने राजनीतिक रूप से अशांत क्षेत्र Sandeshkhali में बच्चे के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतों की पड़ताल के लिए शनिवार को वहां का दौरा किया। ग्रामीणों का आरोप है कि संदेशखाली में बदमाशों ने सात माह के बच्चे को उसकी मां की गोद से छीनकर फेंक दिया था। बच्चे का फिलहाल उपचार किया जा रहा है। आयोग की सलाहकार सुदेशना रॉय ने पत्रकारों से कहा, हम स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर आए हैं। हमारा कर्तव्य राज्य के हर बच्चे को सुरक्षा देना है और यह भी देखना है कि उनके अधिकार सुरक्षित हैं या नहीं। उन्होंने कहा, हम उत्पीड़ित बच्चे की मां से बात करेंगे।
- WBCPCR की टीम ने संदेशखाली का दौरा किया
- ग्रामीणों का आरोप संदेशखाली में 7 माह के बच्चे को मां की गोद से छीनकर फेंका
- बच्चे का फिलहाल उपचार किया जा रहा है
- हमारा कर्तव्य राज्य के हर बच्चे को सुरक्षा देना है- बाल आयोग
छह सदस्यीय टीम ने किया दौरा
आयोग की छह सदस्यीय टीम ने संदेशखाली का दौरा किया, जिसका नेतृत्व इसकी अध्यक्ष तूलिका दास ने किया। तूलिका दास ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें पता चला कि कोई व्यक्ति एक घर में घुस आया और बच्चे को मां की गोद से फेंक दिया। उन्होंने कहा, हमने खुद ही परिवार से मिलने का फैसला लिया। हम बच्चे की मां से मिले, वे भोजन चिकित्सा सहायता और सुरक्षा चाहते हैं। हमने उन्हें वह सब प्रदान किया है।
महिलाओं ने लगाए TMC नेता पर आरोप
एक महीने से अधिक समय पहले तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता शेख शाहजहां के परिसर की तलाशी के लिए ईडी के इलाके में जाने के बाद संदेशखाली में तनाव पैदा हो गया था। शाहजहां अब भी फरार हैं। महिलाओं का आरोप है कि टीएमसी नेता और उसके साथियों ने उनका यौन उत्पीड़न किया और जमीन पर कब्जा कर लिया है।
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