लुधियाना- डेरा बाबा नानक : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान एक बार फिर आज 10 दिनों के अंतराल में केबिनेट मंत्रियों की दूसरी बैठक राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से दूर जाकर पाकिस्तान से सटे इलाके गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक में स्थित अनाज मंडी के मैदान में शामियाना (टैंट) लगाकर गुरू घर के हो रहे समस्त कार्यो को देखा।
इस बैठक से पहले मुकदस स्थल गुरूद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए नवंबर में खुल रहे लांघे और गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व की तैयारियों का जायजा लिया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री केप्टन अमरेंद्र सिंह ने भारत- पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सरहद पर जीरो लाइन पर जाकर सरहद की सुरक्षा कर रहे बीएसएफ के अधिकारियों और करतारपुर लांघे पर काम कर रहे लोगों से बातचीत की।
इस मोके सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी सैनिक हूं और मैंने भी जंग लड़ी थी। उन्होंने कहा कि आप भी महसूस करों जो मैं यहां आकर महसूस कर रहा हूं । कैप्टन ने पड़ोसी मुलक पाकिस्तान को घेरते हुए श्री करतारपुर साहिब के लांघे को लेकर गुरू घर के दर्शनों के लिए 20 अमरीकी डालरों की फीस को जजिय़ा टैक्स करार दिया। उन्होंने विरोध दर्ज करवाते हुए कहा कि ऐसा होना खुले दर्शन-दीदार-ए- परंपरा के विपरीत है।
कैप्टन अमरेंद्र ने भारत की केंद्रीय सरकार को भी अपील की कि पड़ोसी मुलक द्वारा लगाई जा रही फीस की शर्त को ना माना जाएं। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री तृप्त राजिंद्र सिंह बाजवा, सुखजिंद्र सिंह रंधावा, विजय इंद्र सिंह सिंगला, ओम प्रकाश सोनी, राणा सोडी, बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह कांगड़, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, फतेह सिंह बाजवा, सुरेश कुमार, करण अवतार सिंह चीफ सेकटरी, तेजवीर सिंह प्रमुख सचिव, डीजीपी दिनकर गुप्ता आदि द्वारा जीरो लाइन पर पहुंचकर दूरबीन के जरिए गुरूद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन किए।
इससे पहले भी 2 हफते पहले 10 सितंबर क ो कपूरथला में स्थित गुरू की नगरी के नाम से विख्यात सुलतानपुर लोधी में भी केबिनेट की विशेष बैठक हुई थी। स्मरण रहे कि प्रथम गुरू नानक देव जी के जन्मस्थल पड़ोसी मुलक पाकिस्तान में स्थित श्री ननकाना साहिब के उपरांत सुल्तानपुर लोधी और डेरा बाबा नानक (श्री करतारपुर साहब) वो इतिहासिक स्थल है, जहां अपने जीवन काल के सबसे अधिक लंबे वक्त को व्यतीत किया था।
गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर डेरा बाबा नानक में पहली बार पंजाब कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक के लिए अढ़ाई दर्जन के करीब एयर कंडीशनर और 40 से अधिक फराटेदार पंखे लगाकर दाना मंडी के शैड को 4 सफेद ब्लाकों में बांटा गया था। जिसमें लाल रंग का खूबसूरत कारपेट भी बिछा था जबकि सुरक्षा के लिए एक हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी मुस्तैद थे। मुख्यमंत्रियों कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने केबिनेट की बैठक की समाप्ति के बाद डेरा बाबा नानक में स्थित इतिहासिक गुरूद्वारा श्री दरबार साहिब में नतमस्तक हुए।
इस अवसर पर गुरूद्वारा श्री दरबार साहिब के प्रबंधक रंजीत सिंह कल्याणपुर और ग्रंथी भाई गुरदेव सिंह ने केप्टन अमरेंद्र सिंह को श्री साहिब और गुरू घर की बख्शीश रूपी सिरौपा देकर सम्मान दिया। इसके बाद कैप्टन अमरेंद्र सिंह चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। इस मोके केप्टन के मंत्रीमंडल में वजीरों के रूप में काम कर रहे मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी गुरूद्वारा साहिब में माथा टेकते दिखे।
बैठक से पूर्व केप्टन अमरेंद्र सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर निर्माण कार्य का जायजा लिया, कहा कि वह काम की प्रगति से संतुष्ट हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं से सेवा कर लेने की बात कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह पाकिस्तान पर शुल्क न लगाने के लिए दबाव डाले। केबिनेट की बेठक से पहले लेंड पोरट अर्थारटी आफ इंडिया और नेशनल हाइवे अर्थारटी आफ इंडिया के अधिकारियों के साथ बैठक की और काम की प्रगति के लिए जायजा लेते हुए आ रही रूकावटों को जल्द करने के प्रशासनिक आदेश दिए।
– सुनीलराय कामरेड