वसुंधरा राजे के गढ़ इस सीट पर 2003 से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है।
जोधपुर के इस सीट पर अशोक गहलोत का 1999 से लगातार दबदबा रहा है।
इस सीट पर कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को दूसरी बार मौका दिया है।
इस सीट पर पिछले कई सालों से कांग्रेस का राज है। भाजपा के लिए यहां कड़ा मुकाबला होता है।
मेवाड़ के इस फेमस सीट से असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया चार बार बीजेपी से विधायक रह चुके है।