U.P Warriors ने बुधवार को खेले गए WPL 2 के मैच नंबर 6 में Mumbai Indians का विजय रथ रोक दिया। सलामी बल्लेबाज किरण नवगिरे के तूफानी अर्धशतक और कप्तान एलिसा हीली के साथ उनकी पहले विकेट के लिए बड़ी साझेदारी की मदद से यूपी वॉरियर्स ने बुधवार को यहां मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस को 21 गेंद शेष रहते हुए सात विकेट से हराकर महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के वर्तमान सत्र में अपना खाता खोला।
HIGHLIGHTS
- U.P Warriors ने Mumbai Indians को 7 विकेट से हराया।
- U.P Warriors को मिली सीजन की पहली जीत
- Mumbai Indians का विजयी रथ थमा
अपने पहले दोनों मैच में जीत दर्ज करने वाली मुंबई इंडियंस की टीम हेली मैथ्यूज के अर्धशतक के बावजूद पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 161 रन ही बना पाई। वॉरियर्स ने 16.3 ओवर में तीन विकेट पर 163 रन बनाकर जीत दर्ज की। वॉरियर्स की टीम अपने पहले दोनों मैच हार गई थी।
किरण ने 31 गेंद पर 57 रन बनाए जिसमें 6 चौके और चार छक्के शामिल हैं। उन्होंने हीली (29 गेंद पर 33 रन, 5 चौके) के साथ पहले विकेट के लिए 94 रन की साझेदारी की। वॉरियर्स ने हालांकि इन दोनों सलामी बल्लेबाज सहित तीन विकेट चार रन के अंदर गंवा दिए।
इसके बाद ग्रेस हैरिस और दीप्ति शर्मा ने जिम्मेदारी संभाली तथा चौथे विकेट के लिए 65 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को आसानी से लक्ष्य तक पहुंचाया। हैरिस ने 17 गेंद पर 38 रन की नाबाद पारी खेली जिसमें 6 चौके और एक छक्का शामिल है। दीप्ति ने 20 गेंद पर चार चौकों की मदद से नाबाद 27 रन बनाए।
इससे पहले मैथ्यूज ने अपनी ख्याति के विपरीत धीमी पारी खेली। उन्होंने 47 गेंद पर 9 चौकों और एक छक्के की मदद से 55 रन बनाए। उन्होंने यास्तिका भाटिया (22 गेंद पर 26 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 50 और नेट साइवर ब्रंट (14 गेंद पर 19 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 42 रन की साझेदारी की। इनके अलावा अमेलिया केर ने 16 गेंद पर 23, पूजा वस्त्रकर ने 12 गेंद पर 18 और इसी वांग ने 6 गेंद पर नाबाद 15 रन का योगदान दिया।
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद बेहद धीमी शुरुआत की और पहले चार ओवर के बाद उसका स्कोर केवल 13 रन था। भाटिया ने अंजलि सर्वानी के अगले ओवर में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 18 रन बटोर कर रन गति तेज की जिससे मुंबई पावरप्ले में बिना किसी नुकसान के 36 रन बनाने में सफल रहा।
मैथ्यूज ने पहले 6 ओवर में 17 गेंद पर केवल 11 रन बनाए थे। उन्होंने इसके बाद राजेश्वरी गायकवाड़ पर चौका और छक्का लगाकर अपने हाथ खोले। उन्होंने दीप्ति शर्मा के एक ओवर में तीन चौके भी लगाए। मैथ्यूज जब 43 रन पर थी तब दीप्ति ने उनका आसान कैच भी छोड़ा। मैथ्यूज ने इसका फायदा उठाकर 44 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन वह इसके बाद अपनी पारी लंबी नहीं खींच पाई।
मुंबई ने अंतिम चार ओवर में तीन विकेट गंवाए लेकिन इस बीच 48 रन भी जोड़े जिससे टीम धीमी शुरुआत के बावजूद अच्छा स्कोर बनाने में सफल रही।