खबर अमेरिका से आ रही है।अमेरिका ने एक बार फिर पकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी है। अमेरिकी विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने आतंकवादियों को मारने को लेकर पीएम मोदी की टिप्पणी पर मंगलवार को जवाब दिया है। इस जवाब में उन्होंने भारत और पाकिस्तान को तनाव से बचने और बातचीत से समाधान निकालने की नसीहत दी है।
अमेरिकी प्रवक्ता से जब सवाल पूछा गया कि क्या बाइडेन प्रशासन, भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दिए गए बयान को लेकर चिंतित है या नहीं ? तब अमेरिकी प्रवक्ता ने जावब देते हुए कहा कि जैसा कि मैंने पहले कहा है, संयुक्त राज्य अमेरिका बीच में नहीं आने वाला है। लेकिन हम तनाव से बचने और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने के लिए भारत और पाकिस्तान दोनों को प्रोत्साहित करते हैं। इससे पहले 11 अप्रैल को पीएम मोदी ने कहा था कि बीजेपी सरकार के 10 साल में आतंकवादी उनके घर में ही मारे जा रहे हैं। कुछ दिनों पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए सब कुछ करेगा। ऐसा लगता है कि अमेरिकी प्रवक्ता से इन्ही बयानों को लेकर सवाल किया गया था।
जब अमेरिकी प्रवक्ता से ये सवाल किया गया कि खालिस्तानी आतंकवादी समूह गुरु पतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश पर अमेरिका ने भारत पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया है, तब अमेरिकी प्रवक्ता मिलर ने कहा कि मैं किसी भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई का पूर्वावलोकन नहीं करने जा रहा हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी कार्रवाई होने वाली है, लेकिन जब आप मुझसे प्रतिबंधों के बारे में बात करने के लिए कहते हैं, तो यह कुछ ऐसा है जो हम नहीं करते हैं।”
इससे पहले अमेरिकी न्याय विभाग ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता, जो वर्तमान में हिरासत में हैं, पर पन्नू के की हत्या का आरोप लगाया गया था जिसे भारत ने ख़ारिज कर दिया था। गुरु पतवंत सिंह पन्नू एक भारतीय नामित आतंकवादी है। पिछले साल इन आरोपों के लिए जांच समिति बनाई गई थी।